रतलाम। MP News: जिले के बाजना में पुलिस की पिटाई से दुखी होकर युवक की खुदकुशी मामले में गुस्साए लोगों ने रविवार को फिर थाने में प्रदर्शन किया। परिजनों ने थाने में ही टेबल पर युवक का शव रखकर धरना प्रदर्शन किया। समाज के लोगों ने कहा कि पूरे थाने का स्टाफ बदला जाए। नहीं तो शव को थाने में ही जलाएंगे।
बीते दिनों रतलाम में एक युवक ने पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर खुदकुशी कर ली थी। इस मामले में अब अदिवासी समाज के लोगों ने पुलिस थाने में शव रखकर प्रदर्शन किया है। आदिवासी समुदाय के लोगों का कहना है कि पूरे पुलिस स्टाफ को बदला जाए। तभी वे शव का अंतिम संस्कार करेंगे।
इसके पहले शनिवार को भी युवक के परिजनों ने थाने के बाहर नारेबाजी की थी। परिजनों का कहना है कि पुलिस ने बेवजह की युवक को पीटा था इसलिए उसने सुसाइड किया है।
एसपी ने युवक से मारपीट करने वाले आरक्षक को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही प्रशासन ने युवक के परिजनों को 2 लाख की आर्थिक सहायता के लिए चेक दिया है।
विवाद बढ़ता देख मौके पर सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार भी पुहंचे उन्होंने परिजनों को समझाया। इसके बाद परिजनों ने धरना खत्म किया और वे युवक के अंतिम संस्करा के लिए राजी हो गए।
ये था पूरा मामला
मामला रतलाम जिला मुख्यालय से 50 किमी दूर बाजना थाना क्षेत्र के छावनी झोड़िया गांव का है। 25 जनवरी की रात 1.10 बजे गणेश मईडा (23) अपने दोस्तों के साथ खड़ा था। इस दौरान बाजना थाने से डायल 100 की टीम पेट्रोलिंग पर गांव आई थी। पुलिस की पेट्रोलिंग टीम ने पूछताछ की। ड्यूटी पर तैनात आरक्षक शफीउल्ला खान ने पूछताछ के दौरान युवक को चांटे मार दिए।