Disease X: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ‘डिजीज एक्स’ नाम की नई महामारी के बारे में दुनिया को आगाह किया है। WHO ने कहा है कि इस बीमारी के खतरे को देखते हुए जल्द से जल्द वैश्विक तैयारियों की जरूरत है।
WHO के डीजी टेड्रोस घेबियस ने दुनिया भर के देशों को इस घातक बीमारी ‘एक्स’ से निपटने के लिए एक ‘महामारी संधि’ पर हस्ताक्षर करने का निवेदन किया है।
दुनिया इस खतरे को समझे: WHO
इस नई बीमारी के खतरे का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि ये कोरोना से 20 गुना ज्यादा खतरनाक हो सकती है। टेड्रोस घेबियस ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि दुनिया इस संभावित आगामी खतरे को समझेगी और सभी देश इस महामारी से लड़ने के लिए मई तक एक समझौते पर पहुंच जाएंगे। उन्होंने कहा, ऐसी चीजें हैं जो अनजान हैं और घट सकती हैं।
इसलिए हमें उन बीमारियों के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है, जिनके बारे में हमें नहीं पता है। कोविड के दौरान हमने बहुत से लोगों को खोया क्योंकि हम इस माहामारी के लिए तैयार नहीं थे। अगर पहले से उनका मेनेजमेंट होता तो उन लोगों को बचाया जा सकता था। हमें फिर से ऐसी को गलती नहीं करनी चाहिए।
विनाशकारी हो सकता है वायरस
WHO ने फॉर्मल रूप से 2018 में शब्द ‘डिजीज एक्स’ का इस्तेमाल किया था। डिजीज एक्स कोई स्पेसिफिक बीमारी नहीं है बल्कि कोविड-19 की तरह ही एक संभावित वायरस का नाम है। यह कोई नया एजेंट, वायरस, जीवाणु या बिना किसी इलाज का फंगस हो सकता है।
WHO की नवंबर 2022 की रिपोर्ट में बताया गया है कि डिजीज एक्स एक गंभीर अंतरराष्ट्रीय महामारी का कारण बन सकता है।
साल 2020 में UK के वैक्सीन टास्कफोर्स की अध्यक्षता करने वाली केट बिंघम ने एक इंटरव्यू में कहा है कि यह वायरस 100 साल पहले में फैले स्पेनिश फ्लू जितना विनाशकारी हो सकता है, जिससे दुनिया भर में 50 मिलियन लोगों से ज्यादा की जान गई थी।