भोपाल। MP News एमपी में श्वास-टीबी समेत दूसरी कई तरह की संक्रमण बीमारियों से लोगों की सुरक्षा की जाएगी। इसके लिए एमपी सरकार ने एडल्ट बीसीजी वैक्सीनेशन के लिए पायलट प्रोजेक्ट तैयार किया है। इसकी शुरूआत मध्य प्रदेश के 26 जिलों में की जाएगी। इसके सर्वे का काम भोपाल में भी शुरू होगा।
बता दें कि टीबी समेत दूसरी बीमारियों के संक्रमण से सुरक्षा देने वाले वैक्सीन बैसिलस कैल्मेट-गुएरिन बीसीजी अब 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को भी लगाई जाएगी।
इसकी शुरुआत (MP News) एमपी के 26 जिलों में अगले माह यानी फरवरी से की जाएगी। वैक्सीनेशन के पायलट प्रोजेक्ट में प्रदेश के सभी जिलों में से 26 जिलों में क्रोनिक डिसीज, अस्थमा, टीबी के अलावा दूसरी बीमारियों के मरीजों से सहमति लेकर उन्हें बीसीजी का टीका लगाया जाएगा।
हालांकि अभी उक्त पायलट प्रोजेक्ट के लिए राज्य सरकार के आदेश का इंतजार है।
टीबी, डायबिटिक मरीजों और कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले 18 वर्ष से अधिक की उम्र के युवाओं को लगेगा बीसीजी का टीका#BCG #tuberculosis #Medical #Health #healthnews https://t.co/jaMW1PZ0xl pic.twitter.com/S7zrscxfRG
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) January 18, 2024
तैयार की जाएगी रिपोर्ट
बीसीजी वैक्सीन लगवाने वालों की मेडिकल हिस्ट्री तैयार की जाएगी। इस रिपोर्ट की तुलना इस पायलट प्रोजेक्ट से बाहर रहे जिलों के क्रोनिक डिसीज, अस्थमा और टीबी मरीजों की मेडिकल रिपोर्ट के डेटा से की जाएगी।
इस रिपोर्ट की तुलना के बाद इसके नतीजों के आधार पर (MP News) प्रदेश के शेष जिलों में वैक्सीनेशन प्रोग्राम को लागू किया जाएगा।
इतने दिन लगेगा टीका
बता दें कि (MP News) एमपी स्वास्थ्य विभाग की कई जनहितकारी योजनाएं चल रही हैं, जिनके माध्यम से बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रोग से ग्रसित लोगों को टीका लगाने का काम मंगलवार और शुक्रवार किया जाता है। इन दिनों को छोड़कर सोमवार, बुधवार, गुरुवार को यह वैक्सीन लगाई जाएगी। सर्वे के दौरान वैक्सीनेशन वाले संभावित मरीजों के बारे में पता लगाया जा रहा है।
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इनको लगाई जाएगी वैक्सीन
(MP News) एमपी स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोग जिनमें डायबिटिक आदि से पीड़ित हैं, उन्हें ये वैक्सीन लगाई जाएगी। 18 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों में कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को शामिल किया गया है। इसमें डायबिटिक मरीज, पांच साल पुराने टीबी के मरीज, टीबी मरीज के संपर्क में पिछले 3 साल से आए लोग और धुम्रपान करने वाले लोग हैं।
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