उज्जैन। Mahakal Temple. उज्जैन के महाकाल मंदिर (Mahakal Temple) में भक्तों की संख्या लगातार बढ़ने के साथ-साथ लड्डू प्रसादी के बनने का भी रिकॉर्ड बन रहा है। बाबा का ये भोग महाकाल मंदिर (Mahakal Temple) प्रबंध समिति की यूनिट में तैयार किया जाता है। एक बड़ी यूनिट में इन लड्डुओं को बनाया जाता है। इसके लिए एक अलग से यूनिट बनाई गई है। जिसे लड्डू निर्माण इकाई के नाम से जाना जाता है।
महाकाल मंदिर (Mahakal Temple) के कर्मचारी और रसोईया हर दिन मिलकर इस प्रसाद को तैयार करते हैं।
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चार कड़ाहों में बनता है 50 क्विंटल प्रसाद
इस प्रसाद को बनाने के लिए हजारों कर्मचारी और रसोइएं दिन-रात जुटे रहते हैं। इसक लिए चार कड़ाहों हर रोज करीब 50 क्विंटल लड्डू तैयार किए जाते हैं। महाकाल मंदिर (Mahakal Temple) में बनने वाले इस प्रसाद को बेसन, डॉयफ्रूट, शुध्द घी से तैयार किया जाता है।
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सफाई का रखा जाता है ख्याल
लड्डू प्रसाद बनाने के लिए मंदिर समिति (Mahakal Temple) सभी मापदंडों का ख्याल रखती है। इस प्रसाद को बेहद साफ-सफाई से बनाया जाता है। हर यूनिट का एक बार का प्रसाद बनने के बाद रोजाना बाबा महाकाल को भोग लगाया जाता है। इसके बाद इसे आधा किलो और 1 किलो के पैकेट में पैक किया जाता है। इसके बाद इसे काउंटर पर रखा जाता है, जहां श्रद्धालु इस प्रसाद को ग्रहण करते हैं।
1 लाख से ज्यादा श्रद्धालु ले जाते हैं प्रसाद
आपको बता दें कि महाकाल (Mahakal Temple) के दर पर आने वाले करीब एक लाख से भी ज्यादा श्रद्धालु प्रसाद ले जाते हैं। बाबा महाकाल (Mahakal Temple) के लड्डू प्रसाद को कई बार शुद्धता के मामले में अवार्ड से भी नवाजा गया है। प्रसाद से आने वाली इनकम से महाकाल मंदिर (Mahakal Temple) के खजाने में भी हर साल कई गुना इजाफा होता है।
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