नई दिल्ली। Rajya Sabha Friday Namaz हाल ही में देश के उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने राज्यसभा के लिए बड़ा फैसला लिया है। जिसमें सदन के मुसलमान सदस्यों को जुमे की नमाज (Namaz) के लिए दिया जाने वाला 30 मिनट का समय खत्म किया है। इस नियम के बदलाव पर तर्क भी दिया गया है।
लोकसभा में नहीं होता ब्रेक
यहां पर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा, यह कोई ऐसी चीज नहीं है जो इस शुक्रवार से शुरू हुई है और यह पिछले कुछ समय से चलन में है। यहां पर लोकसभा के अनुरूप समय करने के लिए शुक्रवार के समय में बदलाव किया गया है। यहां पर 30 मिनट का अतिरिक्त समय लंच ब्रेक में देने के फैसले को मना किया गया है। आगे धनखड़ ने कहा- संसद में सभी समुदायों के सदस्य हैं, और केवल मुस्लिम सांसदों के लिए कोई विशेष अपवाद नहीं हो सकता है. यह व्यवस्था पिछले सत्र में पहले से ही लागू थी।
जानिए क्या था राज्यसभा सदन में नियम
यहां पर राज्यसभा सदन के नियमों के मुताबिक कहा गया कि, राज्यसभा सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक और फिर दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक चलती है. दोपहर 1 बजे से दोपहर 2 बजे तक एक घंटे का लंच ब्रेक होता है लेकिन शुक्रवार को सदन की बैठक दोपहर के भोजन के बाद 2.30 बजे बैठती है. हालांकि इसका उल्लेख नहीं किया गया है। इसमें लंच के साथ 30 मिनट का अतिरिक्त समय जुमे के नमाज के लिए शामिल था।
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