Shani Mahalok in Gwalior: उज्जैन के महाकाल लोक की तर्ज पर अब ग्वालियर में भी शनि महालोक बनने जा रहा है। शहर से 15 किलोमीटर दूर ऐंती पर्वत पर शनि देव मंदिर है, जहां की तस्वीर बदलने जा रही है।
इस मंदिर के प्रति लोगों की काफी आस्था है। देश विदेश से यहाँ लोग शनि देव के दर्शन करने पहुंचते हैं। जिसको देखते हुए शनि देव मंदिर को शनि महालोक धाम बनाया जा रहा है।
मिंट स्टोन से बनेगी मूर्तियां
इसके लिए अलग-अलग तरह की मूर्तियां भी बनाई जा रही हैं। प्रसिद्ध मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा को शनि धाम में मूर्तियां लगाने का आर्डर मिला है यहां मिंट स्टोन से मूर्तियों को बनाया जा रहा है, जिससे उनमें किसी तरह की दरार या क्षतिग्रस्त ना हो पाए।
ग्वालियर से 15 किलोमीटर दूर ऐंती पर्वत पर यह त्रेता युगीय शनि देव मंदिर है। कहा जाता है कि भगवान शनि देव उल्का पिंड के रूप में ऐंती पर्वत पर आए। शनिचरी अमावस्या पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु इस मंदिर में दर्शन करने पहुंचते हैं।
सप्त ऋषि की 7 फुट की बनेंगी मूर्तियाँ
उज्जैन की तर्ज पर इस लोक में अलग-अलग तरह की मूर्तियां बनाई जा रही हैं। शुरुआत में सप्त ऋषि की 7 मूर्तियां स्थापित करने का आर्डर मिला है। मिंट स्टोन पत्थर विश्व विख्यात है जिसकी विदेश तक डिमांड है।
मिंट स्टोन से मूर्तियां बनाए जाने के पीछे कारण यह है कि हाल ही में उज्जैन के महालोक में फाइबर की मूर्तियां रखी गई थी। आंधी तूफान की वजह से यह मूर्तियां क्षतिग्रस्त हो गई थी।
इसको देखते हुए यह सभी मूर्तियां मिंट स्टोन से बनाई जा रही हैं। सप्तऋषि की 7 फीट की मूर्ति को बनाने में मूर्तिकार को तकरीबन 1 महीने का समय लगा है।
किया जा रहा करोड़ों का खर्च
इसके बाद 25- 25 फीट की राम और करन की मूर्तियां भी शनि महा लोकधाम में स्थापित की जाएगी। यह सभी मूर्तियां पहाड़ों पर रखी जाएंगी जिससे शनि महा लोकधाम का सुंदर दृश्य देखने को मिलेगा।
शनि महालोक धाम बनाने में करोड़ों रुपए खर्च किया जा रहा है। ये धाम बनने के बाद इस क्षेत्र में पर्यटन की संभावना बढ़ेगी।
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