रायपुर से टिकेश वर्मा की रिपोर्ट
CG Election 2023 Results: एमपी की तरह ही सीजी में विधानसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं। छत्तीसगढ़ की 90 सीटों के लिए दो चरणों में हुए इन चुनावों में पहले फेज की 20 सीटों पर 76 फीसदी से ज्यादा तो वहीं दूसरे फेज की 70 सीटों पर 75 फीसदी के करीब वोटिंग हुई है।
आपको बता दें सीजी में अभी कांग्रेस की सरकार है। तो वहीं अब चुनाव के बाद बीजेपी ने भी जीत के दावे किए हैं। लेकिन देखना ये होगा कि क्या इस बार पार्टियों के बागी नेता सत्ता का समीकरण बिगाड़ सकते हैं।
दिग्गजों को किसका डर
आपको बता दें सीजी में 7 नवंबर को पहले चरण का 17 नवंबर को दूसरे चरण का मतदान हुआ था। लेकिन जनता का मूड कोई नहीं समझ सकता। ऐसे में वोटिंग होने के बाद दिग्गज पार्टियों को बागियों का डर सता रहा है।
बागी बिगाड़ सकते हैं सत्ता का समीकरण
जानकारों की मानें तो भले ही इन बागियों की भूमिका उम्मीदवार को हरवाने की न हो लेकिन खेल बिगाड़ने आगे रह सकते हैं। इनके चुनाव जीतने की गुंजाइश भले ही कम हो लेकिन सत्ता का गणित बिगाड़ने में इन्हें देर नहीं लगेगी।
एक दर्जन सीटों पर बिगड़ सकता है गणित
सीजी की 90 सीटों पर पहले चरण में 20 तो दूसरे चरण में 70 सीटों पर मतदान हुआ। ऐसा माना जा रहा है इनमें से लगभग एक दर्जन सीटें ऐसी हैं जहां बागी खेल बिगाड़ सकते हैं। लेकिन ध्यान देने वाली बात ये है कि यहां पहले से कांग्रेस सत्ता में है और ऐसे में बीजेपी से ज्यादा संख्या कांग्रेस के बागियों की है।
कांग्रेस के ये बागी बिगाड़ सकते हैं खेल
कांग्रेस के बागियों पर गौर करें तो इनमें गौरेला पेंड्रा से गुलाब राज, अंतागढ़ से अनूप नाग और मंटू राम पवार, मनेंद्रगढ़ से विनय जायसवाल, सामरी से चिंतामणि महाराज, लोरमी से सागर सिंह बैंस, महासमुंद के खल्लारी से बसंता ठाकुर ताल ठोकते नजर आ रहे हैं। यह उम्मीदवार कहीं न कहीं कांग्रेस प्रत्याशी को नुकसान पहुंचाने की स्थिति में हैं।
वहीं भाजपा की बात करें तो महासमुंद के खल्लारी से बागी हुए भेखू लाल साहू, मस्तूरी से चांदनी भारद्वाज बगावत कर मैदान में हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो भाजपा की तुलना में कांग्रेस के बागी ज्यादा हैं और यही कारण है, कि कई विधानसभा सीटों पर नतीजे के गड़बड़ाने की संभावना नजर आ रही है।