इंदौर। प्रदेशभर में हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार ही काम कर रही है। इसलिए अब ग्रामीण अंचल के लोगों में भी ग्रीन एनर्जी के तरफ रुझान बढ़ रहा है। इसी क्रम में अब मालवा-निमाड़ क्षेत्र में करीब 10 हजार 400 स्थानों सोलर पैनल्स के जरिए बिजली पहुंचाई जाएगी।
बता दें कि अभी तक मप्र में इतनी बड़ी मात्रा में सौर ऊर्जा का उत्पादन नहीं हुआ है जितना अब मालवा-निमाड़ क्षेत्र में होने जा रहा है।
ग्रीन एनर्जी की बढ़ रही डिमाड़
दरअसल, मालवा और निमाड़ अंचल में कुल 10 हजार 400 स्थानों पर लगे रूफ टाप सोलर नेट मीटरों से संबंधित पैनल्स की कुल क्षमता 133 मेगावाट के करीब पहुंच गई हैं। यह ग्रीन एनर्जी के प्रति लोगों के समर्पित भावना का प्रतीक भी है।
इस योजना के तहत लग रहे सोलर पैनल्स
रूफ टाप सोलर पैनल्स नेट मीटर योजना के माध्यम से अपने घर, परिसर, दुकान, कारखाने, कार्यालय की छत पर सोलर पैनल्स लगाकर बिजली बनाने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इंदौर शहर और आसपास में कुल 92 मेगावाट क्षमता की पैनल्स आमजन के परिसरों, शासकीय परिसरों आदि में लगाई गई हैं।
9350 स्थानों सौर ऊर्जा का उत्पादन हो रहा
मालवा क्षेत्र में कुल 9350 स्थानों पर इस तरह बिजली उत्पादन हो रहा है, वहीं निमाड़ के चारों जिलों 1050 स्थानों पर रूफ टाप सोलर नेट मीटर कार्यरत है। निम्न दाब उपभोक्ताओं की बात की जाए तो बिजली कंपनी के करीब 10000 उपभोक्ता इस तरह की एनर्जी में रुचि दिखा रहे हैं, वहीं 405 के करीब उच्चदाब उपभोक्ता भी अपने परिसर, भवन आदि पर रूफ टाप सोलर नेट मीटर के माध्यम से एनर्जी जनरेट कर रहे हैं।
कत्रिम बिजली पर निर्भरता हुई कम
फिलहाल मालवा के 9350 स्थानों पर सौर ऊर्जा के जरिए बिजली उत्पादन हो रहा है। वहीं बता करें निमाड़ क्षेत्र की तो यहां के चारों जिलों में 1050 स्थानों पर रुफ टाप सोलर नेट मीटर कार्य कर रहे हैं। जिसने लोगों को सौर ऊर्जा मिल रही है। इससे लोगों की कत्रिम बिजली पर निर्भरता कम हो रही है। साथ ही लोगों की बिजली की लागत में भी कमी आ रही है।
सार्वजनिक स्थानों पर भी लगेंगे सौलर पैनल
बिजली कंपनी क्षेत्र में मौजूदा उपभोक्ता 200 वर्ग फीट में अपनी छत पर भी रूफ टाप सोलर नेट मीटर के माध्यम से बिजली उत्पादन योजना से जुड़े है, वहीं जहां 10 हजार वर्गफीट के स्थान है, वहां भी बिजली तैयार की जा रही है। ये स्थान औद्योगिक क्षेत्र, स्कूल, कालेज, स्टेशन, एयरपोर्ट आदि हैं।
बिजली कंपनी में टाप फाइव जिले
अगर हम मप्र में सौर ऊर्जा में बेहतरीन काम करने वाले जिलों पर नजर डाले तो हमे पता चलता है कि इसमें इंदौर अग्रणी जिला है। यहां पर शहर व आसपास-6250 स्थानों पर सौर ऊर्जा का उत्पादन हो रहा है। वहीं दूसरे नबंर पर आता है उज्जैन जहां पर 1320 स्थानों पर सौर ऊर्जा का उत्पादन हो रहा है। फिर है रतलाम जिला-450 स्थान चौथे नबंर पर है खरगोन जिला-345 स्थान पर और इसके बाद धार जिला-299 स्थान पांचवे पर है।
कार्बन उत्सर्जन हो रहा कम
इस संबंध मप्र पक्षेविविकं इंदौर के एमडी अमित तोमर का कहना है में रूफ टाप सोलर नेट मीटर के तहत ग्रीन एनर्जी बढ़ाने और कार्बन उत्सर्जन कम करने में इंदौर क्षेत्र के आम लोगों का उत्साह प्रशंसनीय है। इस तरह प्राकृतिक रूप से बिजली बनाने से न केवल बिल कम हो रहा है, बल्कि हरियाली संरक्षण को भी बढ़ावा मिल रहा है। इंदौर स्मार्ट सिटी के उपभोक्ता इस दिशा में सबसे ज्यादा रुचि दिखा रहे हैं।
ये भी पढ़ें:
MP Elections 2023: BJP प्रत्याशी की पत्नी पर FIR दर्ज, जानें क्या है मामला
CG Election 2023: मतदान दिवस पर अवकाश घोषित, यहां पढ़िए वोटिंग से पहले छग की छोटी बड़ी खबरें
SSC Recruitment: कर्मचारी चयन आयोग ने इन पदों पर निकाली भर्ती, जानें कौन कर सकता है अप्लाई
भोपाल न्यूज, मप्र न्यूज, मालवा-निमाड़ सौर ऊर्जा, सौर ऊर्जा मप्र, ग्रीन एनर्जी मप्र, रूफ टाप सोलर पैनल्स योजना, Bhopal News, MP News, Malwa-Nimar Solar Energy, Solar Energy MP, Green Energy MP, Roof Top Solar Panels Scheme