Karwa Chauth Mehndi Tips: पति के प्रति प्रेम और समर्पण के अनूठे त्यौहार करवा चौथ पर मेहंदी लगाना एक सबसे पॉपुलर रिवाज है। सुहागन महिलाएं पति की लंबी आयु की कामना के साथ केवल हाथों में नहीं बल्कि पांवों में भी मेहंदी रचाती हैं।
दरअसल, इस त्यौहार पर विवाहित स्त्रियां अपने सोलह श्रृंगार में मेहंदी को कुछ ज्यादा ही प्रमुखता देती हैं। यहां पेश है मेहंदी की रस्म से जुड़े वास्तु शास्त्र की कुछ मान्यताएं और नियम। इन मेहंदी वास्तु टिप्स (Mehndi Vastu Tips) के पालन से पति-पत्नी का आपसी प्रेम और समझ बढ़ जाती है।
साफ रौशनी वाली जगह चुनें
भारतीय वास्तु शास्त्र के अनुसार, मेहंदी वैसे जगह पर रचानी चाहिए, जहां की जगह साफ़-सुथरी और रौशनी से भरपूर हो। वहां जरा-सा भी कूड़ा-कचरा और अंधेरा या मद्धम रौशनी नहीं होनी चाहिए।
हिन्दू मान्यता के अनुसार, करवा माता को साफ़-सफाई वाली उज्जवल-धवल रौशनी बहुत पसंद है। साफ़ और अच्छी रौशनी में मेहंदी रचाने में भी सुविधा होती है।
मेहंदी लगाने के लिए सही दिशा
करवा चौथ के लिए मेहंदी लगाने के लिए सही दिशा का ध्यान रखना बहुत जरुरी है। वास्तु शास्त्र में विवाह और पर्व-त्योहारों के लिए मेहंदी रचाने के लिए पूर्व और उत्तर दिशा को सर्वाधिक उपयुक्त बताया गया है।
करवा चौथ पर पूर्व और उत्तर दिशा की ओर मुख कर के मेहंदी लगवाने से घर और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है।
प्राकृतिक मेहंदी और रंग
प्राकृतिक कच्ची मेहंदी का रंग हरा होता है, जो सूखने के बाद गहरा लाल हो जाता है। ये दोनों ही रंग प्रकृति के संतुलन और सकारात्मक सह-संबंध को दर्शाते हैं।
वास्तु नियमों के अनुसार, हमेशा यह प्रयास करना चाहिए कि मेहंदी रचाने के लिए प्राकृतिक मेहंदी का प्रयोग करें। कृत्रिम रंग वाली केमिकल युक्त मेहंदी का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
काली मेहंदी से करें परहेज
वास्तु शास्त्र के मुताबिक, करवा चौथ की मेहंदी लगाने के लिए काले रंग की मेहंदी का भूल से भी उपयोग नहीं करना चाहिए। यह दांपत्य जीवन में नकारात्मकता को बढाता है।
काली मेहंदी में बहुत जयादा केमिकल होता है। ये केमिकल युक्त मेहंदी हाथ और पांवों की त्वचा को नुकसान भी पहुंचाते हैं।
मन शुद्धि और शारीरिक साफ-सफाई
करवा चौथ के लिए मेहंदी रचाने से पहले मन-मस्तिष्क को शांत कर लेना चाहिए। सच्चे मन से करवा माता का ध्यान कर मेहंदी लगवानी चाहिए।
मन के साथ-साथ हाथ और पांव धुले और साफ़ होने होने चाहिए। इससे देवी कृपा भी प्राप्त होती है और मेहंदी का रंग भी अच्छा निखरता है।
प्रेममय सकारात्मक भाव रखें
करवा चौथ पर मेहंदी की रस्म भावनात्मक संबंध में मजबूती लाता है। इस त्योहार के लिए मेहंदी लगवाते वक्त अपने रिश्ते के प्रति श्रद्धा और समर्पण होनी चाहिए।
इसलिए मेहंदी लगाते समय तन-मन में सकारात्मक भाव रखें। इससे आपके साथी के साथ प्रगाढ़ता बढ़ेगी और जीवन प्रेममय होगा।
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