चेन्नई। पड़ोसी राज्य कर्नाटक के साथ कावेरी नदी जल विवाद के अलावा अन्य स्थानीय मुद्दों पर चर्चा के लिए सोमवार को तमिलनाडु विधानसभा के सत्र की शुरुआत होगी। ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच गठबंधन टूटने के बाद विधानसभा का यह पहला सत्र होगा। राज्य के मुख्य विपक्षी दल अन्नाद्रमुक के पास 66 विधायक हैं जबकि भाजपा के सदन में चार सदस्य हैं।
सत्र की अवधि छोटी रहने की संभावना
दोनों दलों ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के बैनर तले साथ मिलकर 2021 विधानसभा चुनाव लड़ा था। तमिलनाडु के वित्त मंत्री थंगम थेनारासू आज (सोमवार को) वित्त वर्ष 2023-24 के लिए पहला अनुपूरक अनुमान पेश करेंगे। सत्र की अवधि छोटी रहने की संभावना है।
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