Success Story: हम सभी लोग जीवन में सफल होना चाहते हैं। लेकिन सफलता के लिए हमें लगातर मेहनत करनी होती है। अगर कोशिश निरंतर और पूरे दिल से की जाए तो जीत निश्चित है। जीवन में सफलता का स्वाद चखने के लिए सबसे पहले एक लक्ष्य चुनिए और उसकी प्राप्ति के लिए अथक प्रयास करते रहिये।
हो सकता है कि पहले प्रयास में आप विफल हो जाएं, लेकिन परिस्थितियों से घबराएं नहीं और अपनी मेहनत पर भरोसा करके प्रयास करना जारी रखें। जिनके इरादे मजबूत होते हैं उनको सफलता अवश्य मिलती है।
कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती
कर्नल हारलैंड सैंडर्स आज एक अरबपति और KFC Chicken कंपनी के रूप से लोगो मे दिखाई देने वाली शख्सियत के रूप में जाने जाते हैं। इन्होने यह कामयाबी हासिल करने से पहले तक़रीबन 1009 बार नाकामयाबी पाई थी पर फिर भी वो रुके नहीं, हताश नहीं हुए और आज उन्होंने साबित कर दिया की कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती।
हारलैंड सैंडर्स के बारे में
हारलैंड सैंडर्स का जन्म 1890 में अमेरिका के इंडियाना में हुआ था। उनका बचपन संघर्ष भरा रहा। 6 साल की उम्र में ही उनके पिता की मौत हो गई। कुछ समय बाद उनकी मां ने दूसरी शादी कर ली। हारलैंड सैंडर्स ने महज 7 साल की उम्र में ही अच्छा खाना पकाना सीख लिया था।
करियर बनाने के लिए सेना में भर्ती हुए, लेकिन वहां से निकाल दिए गए। इसके बाद रेलवे में भी काम किया। करीब 19 साल की उम्र में उन्होंने शादी कर ली। लेकिन काम न होने के कारण उनकी पत्नी भी बच्चों को लेकर उनसे अलग हो गईं। इसके आलावा भी उन्होंने बहुत से काम में किस्मत आजमाया।
1930 में एक रेस्टोरेंट खोला
सैंडर्स की जिंदगी 1930 में पहली बार पटरी पर आती दिखा, जब एक आदमी की सलाह पर उन्होंने एक रेस्टोरेंट खोल लिया। यहां उन्होंने कई जबर्दस्त टेस्ट के खास रेसिपी वाले चिकन बेचने लगे। देखते ही देखते उनका ये काम चल निकला और वह मोटी कमाई करने लगे।
यहीं पर एक दिन केंटकी के गवर्नर 1950 में आए थे। जब उन्होंने सैंडर्स का चिकन खाया तो उन्हें वह बहुत पसंद आया। फिर क्या था, उन्होंने हारलैंड सैंडर्स को कर्नल की उपाधि दे दी और तभी से उन्हें कर्नल सैंडर्स के नाम से जाना जाता है। कर्नल की उपाधि देश का बहुत ही सम्मानित टाइटल माना जाता है।
KFC रेस्टोरेंट खोलने का आया आइडिया
जहां पर सैंडर्स का रेस्टोरेंट था, वहां से एक हाईवे निकलने के चलते उनका रेस्टोरेंट टूट गया। इसके बाद उनके संघर्षों का एक और दौर शुरू हुआ। उनकी उम्र उस वक्त 65 वर्ष थी और उनका सब कुछ उस बिज़नस के साथ खत्म हो गया था। सैंडर्स को अपना जीवन चलाने के लिए काम की जरूरत थी।
उनके रेस्टोरेंट में फ्राइड चिकेन रेसिपी (kentucky fried chicken) बहुत फेमस थी। अतः उन्होने अपनी रेसिपी को किसी अन्य रेस्टोरेंट को बेचने का सोचा।
ये भी पढ़ें:
Increase Memory Power: इन 8 तरीकों से बढ़ाएं सोचने-समझने की शक्ति, इनसे तेज हो जाएगी बुद्धि
Best Picnic Spot: महू में मौजूद हैं कई बेहद सुंदर जगह, नजरें देख हो जाएंगे मंत्रमुग्ध
Electricity Meter Red Light: बिजली के मीटर में लगी लाल बत्ती की वजह से इतने यूनिट बढ़ जाता है बिल
Cheap Travel Trip: नेपाल और थाईलैंड की ट्रिप सस्तें बजट में, आप भी लें फॉरेन का मजा
Success Story, KFC Success Story, Harland Sanders Success Story, KFC, kentucky fried chicken, KFC Chicken Company, सफलता की कहानी, केएफसी की सफलता की कहानी, हारलैंड सैंडर्स की सफलता की कहानी, केएफसी, केंटुकी फ्राइड चिकन, केएफसी चिकन कंपनी