DUSU Election 2023: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव शुरू हो गया है। वहीं मतदान होने के बाद कल यानी 23 सितंबर को मतगणना होगा। 23 सितंबर को सुबह 8 बजे से होगी वोटो की गिनती शुरू हो जाएगी। 12 बजे तक स्थिति स्पष्ट होने की संभावना है। मतगणना का काम नार्थ कैंपस के बॉटनी डिपार्टमेंट के सामने कॉन्फ्रेंस सेंटर में होगा।
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की दिन की पाली के छात्रों के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है वहीं शाम की पाली के छात्र अपराह्न तीन बजे से मतदान कर सकेंगे। दिन की पाली के छात्र अपराह्न एक बजे तक मतदान कर सकेंगे जबकि शाम की पाली के छात्रों के पास अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए शाम साढ़े सात बजे तक का समय होगा।
ABVP के प्रत्याशी
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में इस बार एबीवीपी की ओर से तुषार डेढ़ा को अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाया गया है। सत्यवती कॉलेज से स्नातक किया है और बौद्ध अध्ययन में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहे हैं। वह 2015 में एबीवीपी से जुड़े थे।
सुशांत धनखड़ को उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव मैदान में हैं। हरियाणा से ताल्लुक रखने वाले धनखड़ राज्य स्तर पर शूटिंग चैंपियन भी हैं। सचिव पद के लिए उत्तर प्रदेश के जौनपुर की रहने वाली अपराजिता प्रत्याशी हैं। धनखड़ और अपराजिता भी बौद्ध अध्ययन में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहे हैं। एबीवीपी ने सचिन बैसला को संयुक्त सचिव पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है। बैसला भी बौद्ध अध्ययन में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहे हैं।
NSUI प्रत्याशी
दूसरी तरफ एनएसयूआई (NSUI) ने विधि अंतिम वर्ष के छात्र हितेश गुलिया को डूसू अध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं अभी दहिया को एनएसयूआई ने उपाध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाया गया है। वह बौद्ध अध्ययन में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहे हैं। एनएसयूआई की तरफ से 24 वर्षीय यक्षणा शर्मा सचिव पद के लिए उम्मीदवार हैं।
वह लॉ सेंटर में विधि अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रही हैं। शुभम कुमार चौधरी एनएसयूआई के संयुक्त सचिव पद के उम्मीदवार बनाए गए हैं। चौधरी भी बौद्ध अध्ययन में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहे हैं। बता दें कि डूसू का चुनाव आखिरी बार 2019 में चुनाव हुए थे।
कोविड के कारण 2020 और 2021 में चुनाव नहीं हुए थे
डूसू चुनाव इससे पहले 2019 में हुए थे। कोविड-19 महामारी के कारण 2020 और 2021 में चुनाव नहीं कराए जा सके थे जबकि शैक्षणिक कैलेंडर में संभावित व्यवधानों के कारण 2022 में इसका आयोजन नहीं हो सका। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी), कांग्रेस की छात्र शाखा नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी समर्थित स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (एआईएसए) से संबद्ध भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी लेनिवादी (भाकपा-माले) ने सभी चार पदों के लिए उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है।
एबीवीपी ने 2019 डूसू चुनाव में चार सीटों में से तीन पर जीत दर्ज की थी। करीब एक लाख छात्र चुनाव में मतदान करेंगे। दिल्ली विश्वविद्यालय के अधिकतर कॉलेजों और संकायों के लिए डूसू एक मुख्य प्रतिनिधि निकाय है। हर कॉलेज का अपना छात्र संघ, चुनाव होता है।
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