देहरादून। अंकिता भंडारी की हत्या को एक साल हो गया है। हत्याकांड की कोर्ट में सुनवाई चल रही है और दूसरी तरफ राजनीतिक संगठनों ने एक बार फिर से अंकिता को न्याय दिलाने के लिए कमर कस ली है। गुरुवार को सीएम आवास कूच के दौरान अंकिता हत्याकांड की सीबीआई जांच के लिए महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष और महामंत्री ने अपना सिर मुंडवाया।
प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ज्योति रौतेला के नेतृत्व में अंकिता हत्याकांड की सीबीआई जांच सहित राज्य और केंद्र सरकार के नीतियों के खिलाफ काफी संख्या में महिला कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया। ज्योति रौतेला का कहना था कि कांग्रेस अंकिता भण्डारी हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग लगातार राज्य और केंद्र सरकार से करती आ रही है। हालांकि आज तक अंकिता के परिवार को न्याय नहीं मिला है।
उन्होंने कहा कि राज्य में भर्ती घोटाला (जिसमें भाजपा के नेता स्वयं संलिप्त रहे हैं), महंगाई, बेरोजगारी, अंकिता भण्डारी कांड में वीआईपी का नाम अभी तक उजागर नहीं हो पाया। सरकार की लचर व्यवस्था के कारण डेंगू महामारी का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है।
केंद्र सरकार ने अग्निवीर भर्ती जैसी योजना लाकर देश के युवाओं के साथ धोखा कर छलने का काम किया है। उन्होंने राज्य के युवाओं से अपील करते हुए कहा कि भाजपा की जनविरोधी नीतियों खिलाफ सड़कों पर उतरकर आंदोलन करें, ताकि देश और राज्य में हो रहे अत्याचार का बदला लिया जा सके।
महिलाओं पर बढ़ रहा अत्याचार
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि अंकिता हत्याकांड मानवता के लिए शर्मसार करने वाली और देवभूमि उत्तराखंड की अस्मिता को कलंकित करने वाली घटना है। इसके लिए दोषियों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए, जिससे ऐसा अपराध करने वालों को सबक मिल सके। राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली भाजपा सरकार में महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं।
सबूत किए गए नष्ट
उन्होंने कहा कि भाजपा नेता के रिजार्ट में बेटी अंकिता भंडारी के साथ हुए इस जघंय अपराध के बाद सरकार ने रातोंरात सबूत नष्ट करने का काम किया। इससे स्पष्ट होता है कि भाजपा सरकार में अपराधियों को खुला संरक्षण दिया जा रहा है। जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के जरिए रिसॉर्ट पर बुल्डोजर चलाने के आदेशों से इनकार किया जा रहा है। भाजपा सरकार सबूत नष्ट करने के बाद अपनी पीठ थपथपा रही है।
सरकार जांच से कतरा रही
उन्होंने कहा कि इस जघन्य आपराधिक घटना में शामिल सभी लोगों के नामों का खुलासा होना चाहिए। इसके लिए कांग्रेस पार्टी इस जांच सीबीआई से कराने की मांग करती आ रही है। हालांकि उत्तराखंड सरकार अपने लोगों के बचाने के लिए सीबीआई जांच करने से कतरा रही है। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड में कानून व्यवस्था नाम चीज नहीं है।
उन्होंने कहा कि आए दिन महिलाओं के साथ अत्याचार किए जा रहे हैं। उन्हें न्याय देने के बजाए उनका और अधिक उत्पीड़न किया जा रहा है। इस दौरान महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला और महामंत्री शिवानी थपलियाल मिश्रा ने अंकिता भंडारी को न्याया दिलाने के लिए अपना सिर मुंडवाकर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन भेज दिया।
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