दुनिया तेजी से डिजिटिकरम की और बढ़ रही है. लेकिन दुनिया में अभी बहुत सारी ऐसी जनजातियां है. जो जो इस आधुनिक दुनिया से कटी हुई हैं और अपने में ही सिमटी हुई हैं।वहां उनके नियम चलते हैं और वे अपने नियमों के मुताबिक ही अजनबियों से व्यवहार करते हैं।
सबसे बड़ी बात यह है कि दुनिया भर के देशों में ऐसी जनजातियों को संवैधानिक नियमों से आजादी है और अगर वे किसी की हत्या भी कर दें तो उनके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया जाता है।
भारत में अंडमान निकोबार के निकट सेनेगल द्वीप की जनजातियों को यह अधिकार प्राप्त है। इसी तरह इथियोपिया की ओमान घाटी और सूडान की सीमा पर रहने वाली मोर्सी जनजाति को भी ऐसे ही अधिकार प्राप्त हैं। कहा जाता है कि ये दुनिया की सबसे खतरनाक जनजाति है।
जाने मुर्सी जनजाति के बारे में
मुर्सी जनजाति के बारे में कहा जाता है कि उनकी जनजाति में जिसने सबसे ज्यादा इंसानों की हत्या की है उसे ही सबसे ताकतवर माना जाता है। हालाँकि, पहले ऐसा होता था, अब बाहरी लोग जल्दी से इनके पास नहीं जाते,
इसलिए बाहरी लोगों और मोरसी जनजाति के लोगों के बीच आमना-सामना कम हो जाता है। हालाँकि, आज भी उनके पास कई तरह के खतरनाक हथियार हैं। वर्तमान समय में इस जनजाति की संख्या लगभग 10 हजार है और ये पूरी दुनिया से अलग रहते हैं।
जनजाति की लड़कियों के काट दिए जाते है होंठ
ये जनजातियां कितनी खतरनाक हैं इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस जनजाति की लड़कियों को 15-16 साल की उम्र में उनके होंठ काटकर उनमें डिस्क पहना दी जाती है। इस शारीरिक संशोधन को लिप-प्लेट के नाम से जाना जाता है।
इसके चलते यहां की महिलाएं अब दुनिया भर के पर्यटकों की नजर में आकर्षण का केंद्र बन गई हैं। अब अफ्रीका में यह परंपरा केवल मुर्सी, छाई और तिरमा जनजातियों के बीच ही बची हुई है।