Heart Attack Signals: आज कल की लाइफ स्टाइल जहां पर लोगों की खराब होती जा रही है वहीं पर कई बीमारियों का पता अक्सर आखिरी स्टेज में चलता है। हाल ही में एक रिसर्च से खुलासा हुआ है कि, इंसान की मुंह की लार से दिल की बीमारी का पता लगाया जा सकता है।
यहां पर पता लगाया कि, रिसर्च में सूजन के कारण मसूड़ों के जरिए यह ब्लड सर्कुलेशन में घुस जाता है और दिल की बीमारी में नुकसान पहुंचता है।
विस्तृत रूप से जानें रिसर्च की बात
आपको बताते चलें, कनाडा के ‘माउंट रॉयल यूनिवर्सिटी’ की टीम ने लार से दिल की बीमारी का पता लगाने की कोशिश की। इसके लिए एक साधारण मौखिक कुल्ला का इस्तेमाल किया कि क्या स्वस्थ वयस्कों की लार में व्हाइट ब्लड कोशिकाओं का स्तर मसूड़ों की सूजन का एक संकेतक जो दिल की बीमारी के लिए चेतावनी के संकेतों से जुड़ा हो सकता है।
इस रिसर्च के संकेत में पाया कि, खून का हाई फ्लो होने से आर्टरी खराब हो जाती है इसकी वजह से दिल की बीमारी पनपती है। युवाओं में इस तरह के संकेत मिलने से मुंह से जुड़ी बीमारी हो सकती है जो दिल पर प्रभाव डाल सकता है।
कार्डियोवैस्कुलर बीमारी का संबंध
यहां पर रिसर्च के दौरान यह भी पता चला, कार्डियोवैस्कुलर जोखिम के प्रमुख संकेतक के रूप में पल्स-वेव वेग को चुना, जो धमनियों की कठोरता को माप सकता है. और प्रवाह-मध्यस्थ फैलाव, उच्च रक्त प्रवाह की अनुमति देने के लिए धमनियां कितनी अच्छी तरह फैल सकती हैं। इसमें यह भी पता चला कि, कठोर और खराब ढंग से काम करने वाली धमनियां मरीजों में हृदय रोग के खतरे को बढ़ाती हैं।
रिसर्च के दौरान यह भी पता चला कि, मुंह से सूजन, संवहनी प्रणाली में लीक होकर, धमनियों की नाइट्रिक ऑक्साइड का उत्पादन करती है। इसके लिए ही रक्त प्रवाह में प्रतिक्रिया आने पर दिल की बीमारी के संकेत देते है।
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