इंदौर। इसी साल के दूसरे महीने में 11 फरवरी को जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने सांवेर के इमलीखेड़ा में सवा तीन करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाले ब्रिजली ग्रिड़ का भूमिपूजन किया था। जो अब बनकर तैयार हो गया है। आज मंत्री तुलसी सिलावट ने इसका लोकार्पण किया।
33/11 केवी का है बिजली ग्रिड
बता दें कि रिवेम्प्ड डिस्ट्रिब्यूशन सेक्टर स्कीम के तहत देश में सबसे पहले तैयार इस ग्रिड के तैयार अत्याधुनिक 33/11 केवी के बिजली ग्रिड है। लोकार्पण के मौके सांसद शंकर लालवानी भी मौजूद थे। बताया जा रहा है कि अब आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की समस्या खत्म हो जाएगी।
मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा
बिजली के क्षेत्र में अत्याधुनिक तकनीक के उपयोग के साथ कार्य हो रहा है। इसमें ग्रिड के अलावा मोनो पोल, पैंथर लाइन, अंडर ग्राउंड लाइन शामिल है। मंत्री श्री सिलावट ने केंद्र व मध्यप्रदेश शासन की बिजली योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी एवं उपभोक्ताओं की दी जा रही सब्सिडी को जन-जन की मदद के लिए उपयोगी बताया।
बिजली विभाग के अधिकारियों दी जानकारी
बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि स्थानीय विधायक सिलावट ने क्षेत्र में बिजली कार्यों के लिए प्रस्ताव कंपनी मुख्यालय भेजे थे। इस संबंध अब प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने उज्जैन रोड के विकास, ग्रामीणों की सुविधाएं, कृषि क्षेत्र को प्राथमिकता को देखते हुए 82 करोड़ के कार्य मंजूर किए है। इन्हीं प्रोजेक्ट में ईमलीखेड़ा का अत्याधुनिक बिजली ग्रिड भी शामिल है।
235 ट्रांसफार्मरों की क्षमता बढ़ाई जा रही
इसके अलावा राजोदा एवं गंगाडेम पिवड़ाय में भी ग्रिडों का कार्य प्रारंभ हो चुका है। उज्जैनी, बिलोदा नायता, पालिया, पंचोला में ग्रिडों पर अतिरिक्त पावर ट्रांसफार्मर लगाकर आपूर्ति क्षमता में भा बढ़ोतरी की जा रही है। साथ ही क्षेत्र में 235 वितरण ट्रांसफार्मरों की क्षमता बढ़ाई जा रही है, वहीं 523 नवीन ट्रांसफार्मर लगाए जा रहे हैं। 580 किमी में निम्नदाब बिजली लाइन के कार्य के लिए विभागीय प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है।
घरेलू उपभोक्ताओं मिलेगा लाभ
अधिकारी ने आगे कहा कि औद्योगिक, कृषि एवं घरेलू उपभोक्ताओं की सुविधाओं का विस्तार एवं आगामी वर्षों की बिजली मांग बढ़ने के मद्देनजर कंपनी प्रबंधन ने सभी कार्य समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए है। बहुत से कार्यों को तो पूरा भी किया जा चुका है। बस कुछ ही शेष कार्य चल रहे हैं।