लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सियाचिन ग्लेशियर में बुधवार तड़के आग लगने की घटना में जान गंवाने वाले सेना के कैप्टन अंशुमान सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। कैप्टन सिंह देवरिया जिले के रहने वाले थे।
एक सरकारी बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने कैप्टन सिंह के परिजन को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने की भी घोषणा की है। उन्होंने कैप्टन सिंह के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने तथा जिले की एक सड़क का नाम उनके नाम
पर रखे जाने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कैप्टन सिंह के शोक संतप्त परिजन के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि दुख की इस घड़ी में राज्य सरकार उनके साथ हैं और उन्हें हर संभव मदद प्रदान की जाएगी। एक अधिकारी ने बताया कि सियाचिन ग्लेशियर में बुधवार
तड़के आग लगने की एक घटना में कैप्टन सिंह की मौत हो गई थी जबकि तीन सैनिक घायल हो गये थे।
आग में झुलसने के कारण हुई कैप्टन सिंह की मौत
मिली जानकारी के मुताबिक सियाचिन ग्लेशियर में बुधवार तड़के आग लगने की एक घटना में कैप्टन सिंह की मौत हो गई थी जबकि तीन सैनिक घायल हो गये थे। दरअसल डॉ अंशुमान सियाचिन में पोस्टेड थे। वहां बुधवार को कई टेंट में आग लग गई थी।
कैप्टन डॉ अंशुमान अपने साथियों को जलते टेंट से बचा लाए, लेकिन आग से बुरी तरह झुलसने के कारण खुद शहीद हो गए। अंशुमान के पिता रवि प्रताप सिंह रिटायर्ड सैन्यकर्मी हैं। वह लखनऊ में पत्नी मंजू और बच्चों के साथ रहते हैं। डॉ अंशुमान उनके बड़े
बेटे थे, छोटा बेटा घनश्याम और बेटी काम्या हैं। कामया एमबीबीएस कर रही हैं, वहीं घनश्याम पढ़ाई कर रहा है। बुधवार सुबह सेना के अफसरों ने फोन कर रवि प्रताप सिंह को हादसे की जानकारी दी। जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
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