रायपुर। पंडवानी कलाकार तीजन बाई की अचानक तबीयत बिगड़ गई। इस की सूचना सीएम को मिली तो सीएम बघेल ने तुंरत ही डॉक्टर्स की टीम को तीजन बाई गांव जाने के निर्देश दिए थे। सीएम के आदेश पर ग्राम गनियारी में डॉक्टरों की टीम पहुंची यहां डॉक्टर्स ने तीजन बाई का हेल्थ चैकब किया।
सीएम ने भेजे डॉक्टर
मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी जिला दुर्ग डॉ. जे पी मेश्राम ने बताया कि बीएमओ पाटन डॉ. आशीष शर्मा ने त्वरित कार्यवाही करते हुए चिकित्सा अधिकारी दल को निर्देशित किया। इसके बाद डॉक्टर भुवनेश्वर कठोतिया एवं नर्सिंग स्टाफ श्री गुलशन खलखो ने अतिशीघ्र उनके निवास गनियारी में पहुंचकर उनकी जांच की।
तीजन बाई के स्वास्थ्य की हुई जांच
डॉ कठोतिया ने स्वास्थ्य जांच करने के बाद एवं उनके सेक्टर 9 हॉस्पिटल से पूर्व से चल रहे ईलाज,दवाओं आदि की जानकारी ली एवं उचित परामर्श दिया। उनके परिवार जन द्वारा उन्हें वर्तमान में घर में ही स्वास्थ्य लाभ लेने निवेदन किया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक तीजन बाई जी का पूर्व से कोरोनरी आर्टरी डिसीज, हाइपरटेंशन,डायबिटीज ,स्ट्रोक विथ रेसीड्यूल परेसिस आदि का ईलाज चल रहा है। उनके सलाहकार चिकित्सक द्वारा सुझाई गई दवाईयां उनके द्वारा ली जा रही हैं।
तीजन बाई को मिल चुके ये सम्मान
भिलाई के गनियारी गांव में तीजन बाई का जन्म हुआ था। तीजन बाई के पिता हुनुकलाल और माता सुखवती थी। तीजन बाई के नाना अक्सर ही महाभारत की कहानियां सुनाते थे। यह कहानियां तीजन बाई को याद हो गई थी। 13 वर्ष की उम्र में उन्होंने अपना पहला मंच प्रदर्शन किया।
बता दें कि तीजन बाई को लोककला के लिए 1988 में भारत सरकार की ओर से पद्मश्री का सम्मान भी दिया जा चुका है। साथ ही 2003 में तीजन बाई को पद्म भूषम से भी सम्मानित किया गया था। इसके अलावा तीजन बाई को बिलासपुर यूनिवर्सिटी की तरफ से डी लिट की मानद उपाधि भी दी जा चुकी है।
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