नई दिल्ली। Hariyali Amavasya 2023 Upay: हर साल श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की अमावस्या को हरियाली अमावस्या मनाई जाती है। यदि आप पितृदोष, शनिदोष या कालसर्प दोष से पीड़ित हैं तो इस दिन कुछ उपाय करने से लाभ होता है। तो चलिए जानते हैं कि हरियाली अमावस्या के दिन कौन से उपाय करने चाहिए। साथ ही ये कब आ रही है।
हरियाली अमावस्या की तिथि (Hariyali Amavasya 2023 Date)
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार सावन कृष्ण अमावस्या तिथि 16 जुलाई को रात 10:08 मिनट से शुरू हो रही है। जो 17 जुलाई को सुबह 12:01 बजे तक रहेगी। ऐसे में उदयातिथि के चलते हरियाली अमावस्या का त्योहार 17 जुलाई दिन सोमवार को मनाया जाएगा।
हरियाली अमावस्या की पूजन विधि
हरियाली अमावस्या के दिन स्नानादि के बाद साफ वस्त्र पहनें। इसके बाद एक चौकी पर भगवान शिव और माता पार्वती की प्रतिमा स्थापित कर उनकी पूजा करें। पंडितों के अनुसार इस दिन शादीशुदा महिलाओं को शिव-पार्वती की पूजा करने के बाद सुहाग की सामग्री जरूरतमंदों में बांटनी चाहिए। इसमें हरी चूड़ी और बिंदी, सिंदूर की डिब्बी बांटी जा सकती है।
हरियाली अमावस्या पर पति की दीर्घायु के उपाय
हरियाली अमावस्या के दिन पूजा और दान-धर्म के कार्यों से सुहाग की आयु लंबी होती है। इतना ही नहीं इससे घर में आर्थिक संपन्नता भी बढ़ती है। हिन्दु धर्म में इस दिन पीपल और तुलसी के पेड़ की पूजा करने का भी विधान है।
हरियाली अमावस्या के उपाय (Hariyali Amavasya 2023 Upay)
1. हरियाली अमावस्या के दिन सूर्यास्त के बाद पीपल के पेड़ के नीचे तिल के तेल का दीपक जलाना चाहिए। इसमें पांच तरह की मिठाइयों को अलग-अलग पांच पीपल के पत्तों पर रखकर ॐ सर्वेभ्यो पितृदेवेभ्यो नमः मंत्र का जाप करें।
2. हरियाली अमावस्या के दिन सवा मीटर सफेद कपड़े में 250 ग्राम साबुत चावल, एक सूखा नारियल और 11 रुपये बांधकर 21 बार घुमाएं। फिर इसे घर में किसी सुरक्षित स्थान पर रख दें। इस उपाय से आपके घर में हमेशा पितरों की कृपा बनी रहती है।
3. हरियाली अमावस्या पर तीसरे उपाय के रूप में खीर बनाएं। इसके बाद इसे एक रोटी पर रखकर गाय को खिलाएं।
4. हरियाली अमावस्या पर चौथे उपाय में सरसों के तेल की रोटी किसी कुत्ते को खिलाएं। ये उपाय आपको पितरों का आशीर्वाद दिलाता है।
5. हरियाली अमावस्या पर भगवान को मालपुआ का भोग लगाएं और लोगों में वितरित करें
हरियाली अमावस्या शुभ मुहूर्त 2023-
अमावस्या तिथि 16 जुलाई की रात 10:08 मिनट से शुरू होगी। जो 18 जुलाई को सुबह 12 बजकर 01 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि मान्य होने के आधार पर हरियाली तीज 17 जुलाई 2023, सोमवार को मनाई जाएगी।
हरियाली अमावस्या 2023 पर स्नान-दान के शुभ मुहूर्त-
ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 04:12 से 04:53 तक।
प्रातः संध्या- सुबह 04:33 से 05:34 तक।
अभिजित मुहूर्त- 12:00 दोपहर से से 12:55 दोपहर तक।
विजय मुहूर्त- दोपहर 02:45 से 03:40 दोपहर तक।
गोधूलि मुहूर्त- शाम 07:19 से शाम 07:40 बजे तक।
सायाह्न सन्ध्या- शाम 07:20 से रात 08:22 बजे तक।
अमृत काल- 02:32 रात से 18 जुलाई 04:18 तक।
निशिता मुहूर्त- जुलाई 18 को 12:07 एएम, जुलाई 18 से 12:48 एएम तक
सर्वार्थ सिद्धि योग- 05:11 एएम, जुलाई 18 से 05:35 एएम तक।
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नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह ले लें।
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