Aaj Ka Mudda: मध्यप्रदेश में अमित शाह के दौरे कई मैसेज देकर गया है लेकिन एक बात बिलकुल साफ है। वो ये कि उनके व्यक्तित्व की तरह ही मध्यप्रदेश का चुनाव आक्रामक होने वाला है और इसी फॉर्म में मध्यप्रदेश बीजेपी भी नजर आने वाली है।
शाह की बैठक करीब 2 घंटे चली
धारा 370 हटाना हो या तीन तलाक का मुद्दा, आक्रमकता अमित शाह की सियासत की खास स्टाइल रही है और अब वो यहीं आक्रमकता एमपी के नेताओं में भी देखना चाहते हैं। मंगलवार को अमित शाह ने एमपी के नेताओं से यही पूछा की इतना डिफेंसिंव होने की क्या जरूरत है। उनका इशारा कहीं न कहीं सीधी कांड को लेकर था। मंगलवार रात को शाह की बैठक करीब 2 घंटे चली। जिसमें विधानसभा सीटों के समीकरण, क्षेत्रवार मुद्दों और राजनीतिक स्थिति जैसे हर छोटे से छोटे और बड़े से बड़े मुद्दे पर अमित शाह ने फीडबैक लिया।
वहीं शाह ने विश्वास के मंत्र के साथ ये कॉन्फिडेंस भी दिया कि बीजेपी अब डिफेंसिंव नहीं, अटैकिंग मोड में चुनावी मैदान में उतरेगी और जीतेगी भी। वहीं स्पेशल 13 के साथ हुई बैठक का फलसफा ये सामने आया कि प्रदेश में बीजेपी विजय संकल्प अभियान के जरिए जनता तक पहुंचेगी। इसको लेकर बुधवार को दिग्गजों की बैठक भी हुई। जिसमें विजय संकल्प अभियान का ब्लू प्रिंट तैयार हुआ।
विजय संकल्प अभियान
बीजेपी ने विजय संकल्प अभियान के जरिए, हर वर्ग तक पहुंचने का प्लान बनाया है। वहीं साथ ही किस क्षेत्र में किन मुद्दों को उठाना है। इसकी रणनीति भी तैयार है। अमित शाह के इस छोटे दौरे से ये साफ है कि चुनावी कमान अब शाह ने अपने हाथों में ले ली है और उनकी टीम के सेनापति यानी भूपेंद्र यादव और अश्र्विनी वैष्णव, सीधे उन्हीं को रिपोर्ट सौपेंगे।
150 सीटें लाकर जीत का दावा
इस बैठक ने सियासी गलियारों में चल रही अटकलों पर विराम लगाते हुए, ये संकेत भी दिए कि केंद्रीय मंत्री तोमर और कैलाश विजयवर्गीय जैसे दिग्गज, अहम भूमिका में नजर आ सकते हैं। लेकिन बीजेपी की तैयारी को कांग्रेस, उसकी बौखलाहट बता रही है और साथ ही 150 सीटें लाकर जीत का दावा कर रही है।
बीजेपी अटैकिंग मोड में दिखेगी
कांग्रेस कुछ भी कहे लेकिन आधुनिक राजनीति के चाणक्य अमित शाह के दौरे, राजनेताओं की धड़कन बढ़ाने के लिए काफी है। शाह के मंत्र से बीजेपी अटैकिंग मोड में दिखेगी यानी चुनाव तक सियासी सरगर्मी और तेज होती नजर आएगी।