मुंबई। Maharashtra Politics राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने रविवार रात कहा कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में उपमुख्यमंत्री के रूप में शामिल हुए अजित पवार के पास 36 विधायकों का समर्थन नहीं है, जैसा कि दावा किया जा रहा है।
जानिए क्या है राकांपा का दावा
राकांपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने यह भी दावा किया कि पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले और प्रदेश इकाई के प्रमुख जयंत पाटिल सभी 53 विधायकों से संपर्क कर रहे हैं और सोमवार तक तस्वीर साफ हो जाएगी। महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में राकांपा के 53 विधायक हैं। दलबदल विरोधी कानून के प्रावधानों को लागू करने से रोकने के लिए अजित पवार को कम से कम 36 विधायकों के समर्थन की जरूरत है।
नहीं है 36 विधायकों का समर्थन
क्रैस्टो ने कहा, “अजित पवार के पास 36 विधायकों का समर्थन नहीं है, जैसा कि दावा किया जा रहा है।” अजित पवार ने रविवार दोपहर शिवसेना-भाजपा सरकार में उपमुख्यमंत्री पद की, जबकि राकांपा के आठ अन्य विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। शाम को सूत्रों ने राज भवन को सौंपे गए एक पत्र का हवाला देते हुए दावा किया कि अजित पवार को उनकी पार्टी के 40 से अधिक विधायकों और नौ में से छह विधान परिषद सदस्यों का समर्थन हासिल है।