कवर्धा से संतोष भारद्वाज की रिपोर्ट। Bhoramdev Temple: छत्तीसगढ़ के खजुराहो के नाम से ख्याति प्राप्त भोरमदेव मंदिर अपनी कलाकृतियों के साथ मैकल पर्वत श्रृंखला की खूबरसूरत प्रकृति के बीचोबीच स्थिति है। यहां विराजमान भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए भक्त दूर-दूर से पहुंचते हैं।
भगवान भोलेनाथ का प्रिय महीना श्रावण मास है, जो इस बार दो माह का रहने वाला है। श्रावण मास पर भक्तों में भारी उत्साह देखा जा रहा है। ऐसी मान्यता है कि सावन माह ने भगवान भोलेनाथ अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं। इस बार यहां सोमवार के दिन वीआईपी पूजा बंद रखने का फैसला लिया गया है।
कई वर्षों के बाद ऐसा संयोग
भोरमदेव मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित आशीष पाठक बताते हैं कि इस बार 4 जुलाई से 30 अगस्त तक भगवान भोलेनाथ का अतिप्रिय श्रावण मास रहने वाला है। और कई वर्षों के बाद ऐसा संयोग बना है। भगवान भोलेनाथ सावन महीने में अपने भक्तों को साक्षात दर्शन देते हैं और उनकी सभी मनोकामना पूरी करते हैं।
10 जुलाई को कवर्धा शहर के अतिप्राचीन मंदिर बुढ़ामहादेव मंदिर से भोरमदेव तक भक्त 16 किलोमीटर तक पदयात्रा भी करते हैं, जिसमें जिला प्रशासन सहित मंत्री, विधायक और देशभर से हजारों की संख्या में भक्त शामिल होकर भोरमदेव मंदिर पहुंचते हैं।
सोमवार के दिन वीआईपी पूजा बंद रहेगी
छत्तीसगढ़ के खजुराहो भोरमदेव मंदिर में इस बार सावन माह में सोमवार के दिन वीआईपी पूजा बंद रहेगी। दरअसल, देशभर से भक्त भोरमदेव मंदिर दर्शन करने पहुंचते हैं और वीआईपी पूजा होने के कारण भक्तों को दर्शन करने के लिए घंटों तक इंतजार करना पड़ता है।
इसलिए मंदिर प्रबंधन ने सोमवार के दिन वीआईपी पूजा पर रोक लगा दी है, ताकि बाहर से आने वाले भक्तों को किसी तरह की परेशानी न हो। लाखों की संख्या में कांवरिया जल चढ़ाने के लिए पहुंचते हैं, जिनके ठहरने-खाने की व्यवस्था मंदिर प्रबंधन द्वारा की जाती है। कई समाजिक संगठनों द्वारा निशुल्क भंडारा भी खोले जाते हैं।
सभी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी
जिला प्रशासन द्वारा आयोजन के संबंध में पूर्व वर्षों की भांति इस वर्ष भी सभी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। सुरक्षा व्यवस्था, पार्किग, पदयात्रा के रास्ते में पड़ने वाले ग्राम पंचायतों द्वारा रास्ते की साफ-सफाई व स्वागत द्वार बनाने, पेयजल, सुलभ शौचालयों की साफ-सफाई, रास्ते में जगह-जगह आपात चिकित्सा व्यवस्था, डीजे व्यवस्था और पदयात्रियों के लौटने के लिए निःशुल्क बसों की व्यवस्था सहित सभी आवश्यक तैयारियों के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई। इस बार सावन महीने मे लाखों की संख्या मे भक्तों की पहुचने की संभावना है, जिसकी तैयारी पूरी कर ली गई है।
यह भी पढ़ें-
UPSC IFS Final Result: यूपीएससी IFS का फाइनल रिजल्ट जारी, ऐसे करें चेक
Cooch Behar News: प. बंगाल के राज्यपाल ने कूचबिहार जिले में हालात का लिया जायजा
Indian National Congress: राहुल के भाषण पर आगे बढ़ने की उम्मीद, कांग्रेस की चुनावी तैयारी
MP में PM मोदी के बाद अब प्रियंका गांधी का विंध्य दौरा! CG में BJP को बड़ा झटका, AAP का चुनावी शंखनाद
MP Vidhan Sabha Vacancy: मध्यप्रदेश विधानसभा सचिवालय में विभिन्न पदों पर निकली भर्ती, जानें योग्यता