Bhopal: भोपाल आरटीओ में रिश्वतखोरी मामले में शिवराज सरकार ने सख्त एक्शन लिया है। प्रदेश सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए RTO संजय तिवारी और ARTO अनपा खान का तबादला कर दिया है। इसके साथ ही उप परिवहन आयुक्त दिलीप सिंह तोमर को मामले की जांच सौंपी गई है।
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संजय तिवारी और अनपा खान का हुआ तबादला
कार्यालय परिवहन आयुक्त की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि भोपाल आरटीओ में भ्रष्टाचार के मामले सामने आए थे, जिससे विभाग की छवि धूमिल हुई है। RTO अधिकारियों का कार्यालयीन गतिविधियों पर नियंत्रण का अभाव भी साफतौर पर झलकता है। इस कारण प्रभारी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी संजय तिवारी को तत्काल प्रभाव से हटाकर परिवहन आयुक्त कैम्प कार्यालय भोपाल अटैच किया जाता है। वहीं, ARTO अनपा खान को भी तत्काल प्रभाव से क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय भोपाल से हटाकर परिवहन आयुक्त कार्यालय ग्वालियर अटैच किया जाता है।
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इन्हें मिला क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय का प्रभार
RTO संजय तिवारी और ARTO अनपा खान के तबादले के साथ ही अस्थायी रूप से क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय का प्रभार रंजना कुशवाह, सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी भोपाल को दिया जाता है।
जानिए क्या है भोपाल RTO में रिश्वतखोरी मामला?
आपको बता दें कि भोपाल में RTO का हिसाब-किताब का पर्चा लीक हुआ था। लीक हुए पर्चे में 34 एजेंटों से लेन देन का हिसाब है। पर्चे में एक दिन का हिसाब 55 हजार रुपए लिखा था। कई जानकारों का कहना है कि RTO में हर महीने कम से कम डेढ़ करोड़ की वसूली की जाती है। भोपाल आरटीओ में रिश्वत के जरिए काम कराने वाले एजेंटों की ही मानें तो अफसर एक साइन के एवज में इनसे कम से कम 200 और अधिकतम 6000 रुपए तक लेते हैं।
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