Jammu: अगले महीने कश्मीर घाटी में शुरू होने वाली वार्षिक अमरनाथ यात्रा में शामिल होने के लिए देशभर से साधुओं ने जम्मू में आना शुरू कर दिया है। महिलाओं समेत 200 से अधिक साधु पुराने शहर के पुरानी मंडी इलाके में अपने पारंपरिक राम मंदिर आधार शिविर में पहुंचे हैं और दक्षिण कश्मीर हिमालय में 3,880 मीटर ऊंचे पवित्र गुफा मंदिर में हिम शिवलिंग के दर्शन करने के लिए उत्साहित हैं।
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एक जुलाई से शुरू हो रही यात्रा
यह यात्रा एक जुलाई से शुरू होगी और 62 दिन चलेगी। साधुओं समेत तीर्थयात्रियों का पहला जत्था 30 जून को जम्मू से यात्रा के लिए रवाना होगा। मंदिर के पुजारी राधे श्याम महाराज ने कहा कि अब तक 207 साधु-साध्वियां यात्रा के लिए राम मंदिर पहुंच चुके हैं।आंध्र प्रदेश के 58 वर्षीय साधु वासुदेवानंद सरावरी ने कहा, ‘‘मैं पहली बार यात्रा कर रहा हूं और कश्मीर पहुंचने की बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहा हूं।’’ साधु चार धाम यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्रा के बाद पैदल ही राम मंदिर पहुंचे। उन्होंने ‘‘बम बम भोले’’ और ‘‘हर हर महादेव’’ के जयकारों के बीच कहा, “मैं इस वर्ष अमरनाथ यात्रा में शामिल होकर उनका आशीर्वाद लेने का अवसर देने के लिए भगवान का आभारी हूं।”
उम्होंने आगे कहा कि जीवन में कम से कम एक बार यात्रा जरूर करनी चाहिए। कुछ दिन पहले यहां पहुंचने के बाद मैंने माता वैष्णो देवी मंदिर में दर्शन किये थे। जम्मू कश्मीर पवित्र स्थलों का स्थान है और हम आंध्र प्रदेश में इस क्षेत्र के लिए उच्च सम्मान रखते हैं।
असम की रहने वाली पूर्णिमा ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण एक साल को छोड़कर, वह पिछले 13 वर्षों से हर साल गुफा मंदिर में दर्शन कर रही हैं। उन्होंने कहा, “जब मैं सात साल की थी, तब मैं बोलने या चलने में सक्षम नहीं थी और मेरी मां ने मेरे ठीक होने तक अमरनाथ यात्रा करने का संकल्प लिया था। वह मुझे अपनी पीठ पर मंदिर तक ले जाती थीं और 10 साल की तीर्थ यात्रा के बाद, मुझे चलने और बोलने की शक्ति मिली।”
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