सागर। मध्य प्रदेश में सागर जिले के नौरादेही अभ्यारण्य में दो टाइगर के बीच हुई टेरिटरी की जंग ने नौरादेही अभयारण्य के पहले टाइगर की जान ले ली। टाइगर एन 2 की इलाज के दौरान शनिवार को मौत हो गई, जिसके बाद वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
प्रदेश के सबसे बड़े नौरादेही अभयारण्य में टेरिटरी को लेकर दो बाघों के बीच पांच साल में पहली बार यह संघर्ष देखने को मिला था।
आपस में भिड़े दोनों बाघों में से एन 2 घायल हुआ था, जिसका इलाज पन्ना टाइगर रिजर्व के डॉक्टरों द्वारा किया जा रहा था। इलाज के बाद के एन 2 के स्वास्थ्य में सुधार हुआ था, लेकिन सुबह वन विभाग की पेट्रोलिंग टीम ने एन 2 को देखा तो वह मृत पाया गया, जिसकी सूचना वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई।
पन्ना से बुलाए जा रहे डॉक्टर
सूचना पर वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। टाइगर एन 2 के पोस्टमार्टम के लिए टीम को पन्ना से बुलाया जा रहा है। डॉक्टर के पैनल द्वारा टाइगर का पोस्टमार्टम कराया जाएगा, इसके बाद मौत के कारणों का खुलासा हो पाएगा कि टाइगर की मौत कैसे हुई।
नौरादेही एसडीओ सेवाराम मलिक ने बताया कि कुछ दिन पहले टाइगर एन 2, एन 3 में टेरिटरी फाइटिंग हुई थी, जिसमें से घायल टाइगर एन 2 का इलाज 3 दिन से किया जा रहा था। शनिवार सुबह पेट्रोलिंग में एक बाघ मृत पाया गया है। मृत मिले टाइगर का टीम द्वारा पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
नौरादेही में बाघ एन-2 और एन-3 के बीच हुआ था घमासान
नौरादेही में बाघ एन-2 और एन-3 के बीच लड़ाई हुई थी। इस लड़ाई में एन-2 बाघ किशन जख्मी हुआ था। 2018 में शिफ्टिंग के बाद यह पहला मौका है, जब नौरादेही अभयारण्य में टेरिटरी को लेकर बाघों के बीच लड़ाई हुई थी।
नौरादेही अभयारण्य में एन 2 और एन 3 टाइगर के बीच चार-पांच दिन पहले फाइटिंग हुई थी, जिसका पता बीते दिन लगा था। टाइगर एन 2 चेहरे पर पंजे से चोट के निशान पाए गए थे। कुछ और घाव भी हैं। पन्ना टाइगर रिजर्व के डॉक्टर और स्थानीय वेटरनरी डॉक्टर द्वारा इस टाइगर का इलाज किया जा रहा था।