Bhopal: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में 6 महीने से भी कम समय बचा है, लेकिन इससे ही पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। बता दें कि साल 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में शामिल हुए 22 विधायकों में से एक विधायक ने वापस कांग्रेस की शरण ले ली है।
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बता दें कि सिंधिया समर्थक नेता बैजनाथ सिंह यादव ने आज बुधवार, 14 जून को अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस में फिर से वापसी कर ली है। बैजनाथ सिंह बदरवास से गाड़ियों का बड़ा सा काफिला लेकर भोपाल आए। बताया जा रहा है कि इस काफिले में करीब 500 से ज्यादा गाड़ियां थी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ जी के नेतृत्व से प्रभावित होकर बीजेपी नेता बैजनाथ सिंह यादव जी ने अपने सैकडों साथियों के साथ कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
मध्यप्रदेश से जंगलराज को मिटाने के इस अभियान में आपका स्वागत है।
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— MP Congress (@INCMP) June 14, 2023
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव और वर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की मौजूदगी में बैजनाथ सिंह ने वापस कांग्रेस की सदस्यता ली। बता दें कि साल 2020 में बैजनाथ सिंह ने सिंधिया के साथ भाजपा का दामन थाम लिया था। उन्हें भाजपा में प्रदेश कार्यसमिति का सदस्य बनाया गया था। माना जा रहा है कि पिछले कुछ समय से पार्टी से उन्हें ज्यादा तवज्जों नहीं मिल रही थी।
आज मेरी घर वापसी
बैजनाथ सिंह यादव ने कहा, “मेरे पिता कट्टर कांग्रेसी थे, मैं भी कांग्रेसी था, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ मुझे कुछ समय के लिए भाजपा में जाना पड़ा था। मुझे तीन वर्षों तक उपेक्षा का दंश झेलना पड़ा, आज मेरी घर वापसी हुई है।”
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उधर, सिंधिया समर्थक नेता की कांग्रेस में वापसी के साथ ही पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव ने ऐसा बयान दे डाला, जिससे मध्यप्रदेश की राजधानी में भूचाल आना तय है। अरूण यादव ने कहा कि सिंधिया के साथ भाजपा में गए सभी विधायकों की घर वापसी होगी, केवल सिंधिया ही बीजेपी में रह जाएंगे। सभी नेता मेरे, कमलनाथ (Kamalnath), दिग्विजय के संपर्क में हैं।
बता दें कि साल 2018 एमपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बड़े अंतर से जीत के साथ राज्य में सरकार बनाई थी। हालांकि, साल 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ-साथ 22 विधायकों ने कांग्रेस से बगावत कर दी थी। जिसके बाद सभी ने भाजपा का दामन थाम लिया था। विधायकों के इस्तीफे की वजह से कमलनाथ की सरकार गिर गिर गई थी और एक बार फिर सीएम शिवराज के नेतृत्व में बीजेपी ने एमपी में सरकार बना ली थी।
चुनाव से पहले अगर अरूण यादव का बयान सही निकला, जिसमें वह सभी सिंधिया सर्मथक विधायकों के कांग्रेस में वापसी की बात कर रहे है। तो ऐसे में विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए यह बड़ा झटका होगा।
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