नई दिल्ली। Astro Tips For Food Rules and Mistakes: हिन्दू धर्म में भोजन से जुड़ी तरह की मान्यताएं हैं। यदि आप भी जूठा भोजन थाली (Waste food Astrology) में छोड़ते हैं तो आपको बता दें ऐसा करने से आपको गंभीर परिणाम झेलने पड़ सकते हैं। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो ऐसा करना आपको आर्थिक संकट में डाल सकता है। साथ ही ऐसा करने से बच्चों की बुद्धि कमजोर होती है।
चलिए जानते हैं थाली में जूठा खाना छोड़ने (Food Astro Tips) से क्या दुष्परिणाम आपको झेलने पड़ सकते हैं। हालांकि अनेक धर्मों वाले इस भारत देश में कई राज्यों में इसे लेकर अलअ-अलग मान्यताएं हैं। कहीं-कहीं थाली में जूठा भोजन छोड़ना जरूरी माना जाता है।
क्यों नहीं छोड़ना चाहिए जूठा खाना
हमारे हिन्दू धर्म में कई मान्यताएं हैं जिसके अनुसार भोजन को मां अन्नपूर्णा का आशीर्वाद माना जाता है। ऐसे में यदि आप थाली में जूठा खाना (Waste food Astrology) छोड़ते हैं तो ये मां अन्नपूर्णा का अपमान कहलाता है। शास्त्रों के अनसार जिस घर में अन्ना का अपमान होता है वहां मां अन्नपूर्णा और मां लक्ष्मी का वास नहीं होता। यानि उस घर से देवी लक्ष्मी रूठ जाती हैं।
भोजन करने के नियम क्या हैं – Eating Food Rules
शास्त्रों में भोजन से संबंधित कुछ नियमों का जिक्र किया गया है, जिनका पालन करने से घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती है। शास्त्रों के अनुसार कभी भी थाली में जूठा भोजन नहीं छोड़ना चाहिए। ऐसा करने से मां अन्नपूर्णा और लक्ष्मी जी नाराज हो जाती हैं। चलिए जानते हैं थाली में जूठा भोजन क्यों नहीं छोड़ना चाहिए।
जूठा भोजन छोड़ने के गंभीर परिणाम
बच्चे पढ़ाई में कमजोर होते हैं
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जो बच्चे थाली में जूठा भोजन (Waste food Astrology) छोड़ते हैं वे पढ़ाई में कमजोर होत जाते हैं। उनका मन पढ़ाई से धीरे—धीरे पूरी तरह हट जाता है। इसलिए बच्चे पहली बार में जितना खा सकते हैं उतना ही उन्हें परोसें। यहां तक कि बच्चों के गलत सांगत में पड़ने के आसार भी बढ़ जाते हैं।
बढ़ जाता है शनि का प्रकोप
थाली में जूठा भोजन छोड़ने से शनि का प्रकोप झेलना पड़ सकता है। इतना ही नहीं इससे चंद्रमा की भी अशुभ दृष्टि व्यक्ति के जीवन पर पड़ने लग जाती है। चंद्रमा की भी अशुभ दृष्टि की वजह से मानसिक बीमारियां भी व्यक्ति को घेर लेती हैं।
बिगड़ने लगते हैं काम
यदि आप कभी यात्रा पर जा रहे हैं और इस दौरान जूठा भोजन फेंकते हैं, तो आपके काम कभी नहीं बनते हैं। साथ ही बनते काम भी बिगड़ जाते हैं।
बनते हैं पाप के भागी
जो व्यक्ति थाली में जूठा भोजन (Waste food Astrology) छोड़ता है वह पाप का भागी बनता है। इसलिए कोशिश करें कि भोजन के दौरान उतना ही खाना लें जितना आप खाना चाहते हैं। यदि किसी कारण वश भोजन थाली में छूट जाता है तो हाथ जोड़कर मां अन्नपूर्णा से माफी मांगे।
पनपने लगता है गृह में कलह
ऐसा माना जाता है कि थाली में जूठा भोजन छोड़ने (Waste food Astrology) से घर में हर समय कलह का वातावरण बनने लगता है। इतना ही नहीं जरा—जरा सी बातों को लेकर परिवार के सदस्यों के बीच झगड़े होने लगते हैं। जिससे परिवार में दरार पड़ने लगती है। जिन लोगों को दूसरों के घर जाकर जूठा छोड़ने की आदत होती है उन लोगों के साथ उनके अपने ही लोग विश्वासघात करते हैं।
किन ग्रहों के कारण थाली में छोड़ते हैं जूठा भोजन
ज्योतिष शास्त्र में झूठा भोजन छोड़ने (Waste food Astrology) के स्वभाव के पीछे कुछ कारण भी होते हैं। कुंडली में जब बुध और बृहस्पति बुरी दिशा या दशा में हों तो व्यक्ति अन्न के प्रति लापरवाह हो जाता है और थाली में झूठा भोजन छोड़ने की गलत आदत में पड़ जाता है।
जूठा भोजन छोड़ने के पाप से बचने के उपाय
- पहला सबसे बड़ा और सटीक उपाय यही है कि आप थाली में उतना ही भोजन लें जितना आपको खाना हो। कोशिश करें जरा भी जूठा भोजन थाली (Waste food Astrology) में न छूटे।
- खाना खाने से पहले थाली में से अग्रासन निकालें। यानि खाना खाने से पहले 1 या 2 ग्रास गाय, कुत्ते या पंछी के लिए निकालें।
- रोजाना नियमित रूप से भगवान गणपति की स्तुति करें और भोजन करने से पहले गणपति जी का ध्यान अवश्य करें।
- अन्न का अपमान करने से अन्न दोष लगता है। ऐसे में इससे बचने के लिए हनुमान जी को श्रद्धा पूर्वक बूंदी का भोग लगाएं।