भोपाल। MP Weather Rail Alert: मध्यप्रदेश में नौतपा बिना तपे ही निकल गए। तो वहीं राजधानी भोपाल साहित इंदौर में आने वाले तीन दिनों में जोरदार बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत में एक्टिव वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर प्रदेश के तीन शहरों में दिखाई देगा।
सुबह से तेज हवाओं का दौर जारी
शनिवार को सुबह से ही तेज हवाओं के चलने का सिलसिला शुरू हो गया। हालांकि घरों के अंदर लोगों को उमस सताती रही। आईएमडी ने 3, 4 और 5 जुलाई को उज्जैन, भोपाल और इंदौर में जोरदार बारिश की आशंका जताई है। इसके अलावा ग्वालियर-चंबल के जिले भी इस दौरान भीगेंगे।
शुक्रवार को सागर में हुई बारिश
मौसम विभाग के अनुसार बीते दिनों हुई आंधी बारिश का कारण वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ) और चक्रवात का एक्टिव होना रहा। तो वहीं ट्रफ लाइन के गुजरने की वजह से भी मौसम में ये बदलाव देखने को मिला। शुक्रवार को सागर में बारिश हुई तो वहीं राजधानी भोपाल सहित कई शहरों में सूरज के तीखे तेवर देखने को मिले। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो 3 जून से प्रदेश में फिर से बारिश का दौर शुरू होगा। इससे भोपाल, उज्जैन समेत ग्वालियर-चंबल के जिले भीगेंगे।
ये है जोरदार बारिश का कारण
उत्तर भारत में एक्टिव वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर प्रदेश के भोपाल, उज्जैन समेत कई जिलों में पड़ेगा। 3, 4 और 5 जून को भोपाल-उज्जैन समेत 12 जिलों में बारिश होने का अनुमान है तो वहीं जबकि ग्वालियर और चंबल भी भीगेंगे। हालांकि, ये सिस्टम ज्यादा स्ट्रॉन्ग नहीं है, लेकिन जून के दूसरे सप्ताह में फिर से आंधी-बारिश का दौर शुरू होगा। मानसून 20 जून तक प्रदेश में एंट्री कर सकता है।
एक दिन पहले से दिखाई दिया असर
सीनियर मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि 1 जून को उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव हो गया, जिसका असर शुक्रवार से ही प्रदेश में दिखाई देने लगा। सागर में हल्की बारिश भी हुई। 3 जून से असर तेज होगा। भोपाल-उज्जैन संभाग में गरज-चमक के साथ बारिश होगी। सिस्टम का असर (MP Weather Rail Alert) भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, उज्जैन, शाजापुर, आगर-मालवा, देवास, नीमच, मंदसौर और रतलाम में दिखाई देगा। इसके बाद ग्वालियर-चंबल वाले हिस्से में भी हल्की बारिश होने की संभावना है।
तेज आंधी और ओलावृष्टि MP Weather Rail Alert
मौसम वैज्ञानिकों ने प्रदेश में तेज आंधी और ओलावृष्टि होने की आशंका जताई है। दोपहर बाद सिस्टम का असर होगा। कई इलाकों में आंधी की रफ्तार 50Km प्रतिघंटा या इससे ज्यादा भी हो सकती है।