Aaj Ka Mudda: छत्तीसगढ़ में सियासी दल चुनावी साल का आगाज होते ही धुआंधार कार्यक्रम कर रहे हैं। इस समय सबके निशाने पर बस्तर है। भाजपा के प्रदेश प्रभारी जहां हवाई दौरे के माध्यम से बस्तर को मथने की तैयारी में हैं वहीं कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन के माध्यम से बस्तर के कार्यकर्ताओं को रिचार्ज करने में जुटी है। कैसा होगा सियासी दलों का कार्यक्रम। इस रिपोर्ट में जानिए।
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छत्तीसगढ़ की सत्ता में कब्जा बस्तर के बगैर संभव नहीं है इसलिए सियासी दलों का सबसे बड़ा फोकस बस्तर की 12 सीटों पर है। बस्तर को मथने भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर हवाई दौरे की शुरुआत कर चुके है। ओम माथुर विधानसभा कोर कमेटी के सदस्यों की बैठक ले रहे। जिला संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों से भी चर्चा कर रहे है। 31 मई तक हर दिन दो जिलों के विधानसभाओं की बैठकें होती रहेंगी। ओम माथुर ने कहा छत्तीसगढ़ में 2023 में बीजेपी की सरकार बनेगी वही सीएम भूपेश बघेल ने कहा जनता ने नकार दिया है बीजेपी को।
सभी 12 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा
वही भाजपा ही नहीं कांग्रेस भी बस्तर के रास्ते सत्ता में वापसी की कोशिशों में जुटी है। कांग्रेस इस वक्त बस्तर की सभी 12 सीटों में काबिज है। इन सीटों को बचाना कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। यही वजह है कांग्रेस का ध्यान भी बस्तर पर है। अब बस्तर से ही कार्यकर्ता सम्मेलन की शुरुआत करने जा रही है। 2 जून को बस्तर में कांग्रेस का संभागीय सम्मेलन होगा जिसमें सीएम भूपेश बघेल,प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा और पीसीसी चीफ मोहन मरकाम समेत तमाम नेता शामिल होंगे। इस माध्यम से कार्यकर्ताओं को रिचार्ज करने की कोशिश तो होगी ही विपक्ष को बड़ा राजनीतिक संदेश भी दिया जाएगा।
बस्तर की 12 सीटों में कब्जा इस समय सियासी दलों के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है। यही वजह है हर कोई मिशन बस्तर में जुटा है। ऐसे में ओम माथुर के हवाई दौरों से भाजपा को होगा लाभ या मैराथन कार्यक्रमों से कांग्रेस अपनी बढ़त को रखेगी बरकरार। यह तो चुनाव परिणाम के साथ ही साफ होगा लेकिन कांग्रेस और भाजपा की सक्रियता ने नौतपा में बस्तर का सियासी पारा जरूर बढ़ा दिया है।
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