बेंगलुरु। Karnataka Cabinet Expansion कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया और उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार बुधवार शाम नयी दिल्ली के लिए रवाना होंगे, जहां उनके कांग्रेस आलाकमान से मिलकर राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार और मौजूदा मंत्रियों को विभागों के आवंटन पर चर्चा करने की संभावना है।
कांग्रेस आलाकमान से मिलने की संभावना
मुख्यमंत्री के आधिकारिक कार्यक्रम के मुताबिक, सिद्दरमैया विशेष विमान से शाम साढ़े छह बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगे। वह रात में राष्ट्रीय राजधानी में ही रुकेंगे। वहीं, शिवकुमार के कार्यालय ने बताया कि मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री भी दिल्ली दौरे पर जाएंगे। हालांकि, सिद्दरमैया और शिवकुमार के दिल्ली दौरे का विवरण मीडिया से साझा नहीं किया गया है, लेकिन पार्टी सूत्रों ने बताया कि दोनों नेताओं के मौजूदा मंत्रियों को विभागों के आवंटन और मंत्रिमंडल विस्तार के मुद्दे पर कांग्रेस आलाकमान से मिलने की संभावना है।
That will be informed by CM Siddaramaiah and AICC, As the party president, I will definitely go to Delhi: Karnataka Deputy CM DK Shivakumar when asked about discussions on the formation of the cabinet in Delhi today pic.twitter.com/0ujGUFIttj
— ANI (@ANI) May 24, 2023
20 मई को ली शपथ
कर्नाटक में सिद्दरमैया और शिवकुमार ने 20 मई को आठ मंत्रियों के साथ क्रमश: मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। हालांकि, इन मंत्रियों को अभी विभागों का आवंटन नहीं किया गया है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, पार्टी आलाकमान ने पिछले हफ्ते शपथ ग्रहण समारोह से पहले दिल्ली में हुई बैठक में आठ मंत्रियों की पहली सूची को मंजूरी दी थी, जबकि पहले मंत्रिमंडल में बड़ी संख्या में विधायकों को शामिल किए जाने की योजना है।
#WATCH | That will be informed by CM Siddaramaiah and AICC, As the party president, I will definitely go to Delhi: Karnataka Deputy CM DK Shivakumar when asked about discussions on the formation of the cabinet in Delhi today pic.twitter.com/4JdgLgeKci
— ANI (@ANI) May 24, 2023
नामों को लेकर हुआ मतभेद
सूत्रों ने बताया कि चर्चा के दौरान कुछ नामों को लेकर सिद्दरमैया और शिवकुमार के बीच कथित रूप से मतभेद होना इसकी मुख्य वजह है। नए मंत्रियों को विभागों का आवंटन और एक ऐसे मंत्रिमंडल का गठन, जिसमें सभी समुदायों, क्षेत्रों, गुटों और नयी व पुरानी पीढ़ी के विधायकों को प्रतिनिधित्व हासिल हो, सिद्दरमैया के लिए काफी चुनौतीपूर्ण कार्य है। कर्नाटक मंत्रिमंडल में मंत्रियों की स्वीकृत संख्या 34 है। इसे देखते हुए कई नेता मंत्री बनने की होड़ में शामिल हैं।