श्योपुर। मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क (MP Kuno National Park) से बड़ी दुखद खबर आई है। यहां मादा चीता ज्वाला के जन्मे चार शावकों में से एक शावक की मौत हो गई है। जैसे ही यह जानकारी कूनो पार्क प्रबंधन को लगी तो वहां मातम पसर गया। इन चीता शावकों का जन्म करीब डेढ़ से दो महीने पहले हुआ था। पार्क में दो महीने में अब तक चार चीतों ने तोड़ा दम तोड़ दिया है।
प्रमुख वन संरक्षक जेएस चौहान ने की पुष्टि
मंगलवार के दिन हुए चीता शावक की मौत की पुष्टि प्रमुख वन संरक्षक जेएस चौहान ने की है। बताया गया है कि मादा चीता ज्वाला ने 27 मार्च के दिन चार शावकों को जन्म दिया था, जिनमें से एक चीता शावक ने मंगलवार को दम तोड़ दिया। हालांकि, अब तक उसकी मौत की वजह पता नहीं चल सकी है।
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इन चीतों की हो चुकी मौत
यहां बता दें कि अब तक कूनो नेशनल पार्क में मादा चीता साशा, दक्षा और चीता उदय की मौत हो चुकी है। कूनो में इस तरह हो रही चीतों की मौत पर पार्क प्रबंधन भी परेशानी में पड़ता नजर आ रहा है। बीते दिनों ने चीता एक्सपर्ट्स ने भी कूनो पार्क के लिए चीतों के लिहाज से छोटा बताया था।
विशेषज्ञों ने यह कहा था
बीते दिन ही एक वरिष्ठ वन अधिकारी ने Kuno National Park नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया था कि 20 चीतों के रख-रखाव के लिए उनके पास पर्याप्त संसाधन नहीं हैं। हलांकि ऐसी जानकारी भी है कि चीता पुनर्स्थापन परियोजना के तहत कुछ विशेषज्ञों ने भी कूनो में जगह की कमी को लेकर संदेह जताया था।
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आपात बैठक बुलाई गई थी
कूनो नेशनल पार्क में प्रोजेक्ट चीता के तहत नामीबिया से लाकर बसाए गए चीतों के लिए बीते दिनों वनविभाग के आला अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई गई थी, जिसमें सीसीएफ कार्यालय में अधिकाररियों ने मंथन किया। बैठक में भोपाल से आए वन्य जीव प्राणी विशेषज्ञ और वन विभाग के अधिकारियों ने जानकारी ली थी। बैठक में ग्वालियर चंबल संभाग के डीएफओ भी मौजूद रहे थे।
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