जम्मू। SIU Raids जम्मू कश्मीर पुलिस की विशेष जांच इकाई (एसआईयू) ने सीमा पार से आतंकवाद को वित्तपोषण तथा समर्थन देने के मामले में किश्तवाड़ और पुलवामा जिलों में पांच आतंकवादियों तथा तीन संदिग्धों के मकानों पर बुधवार को छापा मारा। आधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किश्तवाड़ जिले के मकान पाकिस्तान से सक्रिय आतंकवादियों के हैं और वे क्षेत्र में आतंकवाद को फिर से खड़ा करने की कोशिश में लगे हैं।
पांच आंतकवादियों के मकानों पर मारा छापा
किश्तवाड़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक खलील पोसवाल ने कहा, ‘‘गैर कानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत मामले में जम्मू की एनआईए (राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण) अदालत से तलाशी वारंट मिलने के बाद पांच आतंकवादियों के मकानों पर छापा मारा गया। ये लोग वर्तमान में पाकिस्तान अथवा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।’’ उन्होंने बताया कि एसआईयू की पांच टीम तथा पुलिस ने मिलकर छापेमारी की। अधिकारी ने कहा कि छापे में मिले सबूतों का इस्तेमाल देश विरोधी गतिविधियों तथा आतंकवाद की घटनाओं में उनकी भूमिका साबित करने के लिए किया जाएगा।
एसआईयू ने मारे छापे
एसआईयू ने चिरूल पड्यारन के शाहनवाज उर्फ नईम, जामिया मस्जिद के नईम अहमद उर्फ आमिर उर्फ गाजी, किचलू मार्केट के मोहम्मद इकबाल उर्फ बिलाल, हुल्लार किश्तवाड़ के शाहनवाज कंठ उर्फ मुन्ना उर्फ उमर और कुंडली पोचाल के जावेद हुसैन गिरि उर्फ मुजामिल के मकानों पर छापे मारे। गौरतलब है कि जम्मू में एनआईए की विशेष अदालत ने 26 अप्रैल को किश्तवाड़ के 23 आतंकवादियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। ये आतंकवादी सीमा पार से गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं।
गैर जमानती वारंट किया जारी
इससे पहले 13 आतंकवादियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि पुलवामा में अवंतिपोरा पुलिस की एसआईयू ने आतंकी वित्तपोषण के मामले में तराल के रेशिपोरा इलाके में कई जगहों पर छापा मारा। उन्होंने कहा कि टीम ने तीन संदिग्धों…. रेशिपोरा के मंजूर अहमद, तराल के मोहसिन अहमद लोन और रेशिपोरा के बशीर भट के मकानों की तलाशी ली। अधिकारियों ने बताया कि तलाशी के दौरान उचित मानक प्रक्रिया का पालन किया गया और एसआईयू ने वहां से साक्ष्य तथा आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए। पोसवाल ने कहा, ‘‘किश्तवाड़ से 36 लोग आतंकवाद से जुड़कर पाकिस्तान चले गए थे। उनके खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की गई थीं।