मध्यप्रदेश/मणिपुर। मणिपुर में चल रही हिंसा के बीच मध्यप्रदेश के लगभग 30 छात्र मणिपुर की राजधानी इंफाल फंसे हुए हैं। इस बीच फोन और इंटरनेट भी बंद हो जाने से उनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं। पता चला है कि मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों के साथ ही खंडवा के तीन छात्र इंफाल यूनिवर्सिटी में पढ़ते हैं। Manipur MP Students जो वहां फंसे हुए हैं। अब हिंसा के बीच छात्रों ने एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान से मदद की गुहार लगाई है। छात्रों के साथ ही पंधाना विधायक राम दांगोरे ने भी परिजनों की ओर से सीएम से छात्रों की मदद किए जाने की अपील की है।
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लगभग 30 विद्यार्थी अध्ययनरत
पंधाना विधायक राम दांगोरे ने एक पत्र का माध्यम से सीएम से कहा है कि Manipur MP Students “इंफाल के एनएसयू विश्वविद्यालय में मध्य प्रदेश के लगभग 30 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, जिनमें खंडवा के 3 विद्यार्थी शामिल हैं। मणिपुर राज्य में दंगे के हालात निर्मित होने के बाद स्थितियां अनियंत्रित हो गई हैं, जिसके कारण मेघालय, नागालैंड, मणिपुर सरकार ने अपने राज्य के छात्रों को निकालने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। अत: आपसे आग्रह है कि खंडवा सहित मध्य प्रदेश के अन्य विद्यार्थियों को ‘एअरलिफ्ट करवाकर रेस्क्यू कर वापस मध्यप्रदेश लाए जाने जाने का अनुरोध है।”
कर्फ्यू में ढील
हिंसा प्रभावित मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में रविवार सुबह कर्फ्यू में तीन घंटे की ढील दी जाएगी, ताकि लोग दवा और भोजन जैसी आवश्यक वस्तुएं खरीद सकें। एक अधिसूचना में यह जानकारी दी गई है। इसके अनुसार दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत लगाए गए कर्फ्यू में सुबह सात बजे से सुबह 10 बजे तक ढील दी जाएगी।
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शनिवार को भी शाम तीन बजे से शाम पांच बजे तक दो घंटे की ढील दी गई। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने शनिवार रात अधिसूचना की प्रति साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘चुराचांदपुर जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार होने और राज्य सरकार और विभिन्न हितधारकों के बीच बातचीत के बाद, मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि कर्फ्यू में आंशिक रूप से ढील दी जाएगी।’’
झड़पों में 54 लोगों की मौत
आदिवासियों और बहुसंख्यक मेइती समुदाय के सदस्यों के बीच हिंसक झड़पों के बाद तीन मई को कर्फ्यू लगा दिया गया था। हिंसा में अब तक हजारों लोग विस्थापित हुए हैं और कम से कम 54 लोगों की मौत हो चुकी है।
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