नई दिल्ली। Vaishakh Purnima 2023: बुद्ध और वैशाख पूर्णिमा का त्योहार स्नान के लिए बेहद खास माना जाता है। इतना ही नहीं इस दिन दान—पुण्य और लक्ष्मी और श्रीकृष्ण की पूजा के लिए ये दिन बहुत पवित्र और शुभफलदायी माना गया है। तो चलिए जानते हैं कि Vaishakh Purnima 2023: इस साल वैशाख पूर्णिमा 2023 में कब है। स्नान करने के नियम क्या हैं, इस दिन क्या करना चाहिए। चलिए जानते हैं। क्या हैं वो खास बातें-
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वैशाख पूर्णिमा कब है? Vaishakh Purnima 2023
ज्योतिषाचार्यों की मानें तो इस साल वैशाख पूर्णिमा 4 मई 2023 यानि गुरूवार की रात 11:29 प्रारंभ हो रही है। जो दूसरे दिन यानि 5 मई को रात्रि में 11:20 तक रहेगी। लेकिन चूंकि उदया तिथि त्योहारों के लिए मान्य होती है इसलिए इस हिसाब से वैशाख पूर्णिमा 5 मई को मानी जाएगी।
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वैशाख पूर्णिमा पर स्नान का विशेष महत्व — Vaishakh Purnima 2023
बुद्ध और वैशाख पूर्णिमा का दिन स्नान के लिए खास माना जाता है। इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने से आपको कई लाभ होते हैं। शास्त्रों में किए गए वर्णन के अनुसार “वैसे तो शास्त्रों में पुराणों में और पंचांग में लिखा हुआ है कि बुद्ध पूर्णिमा के दिन कोशिश करें कि गंगा (Ganga) जी में स्नान करें, अगर वहां स्नान करने की व्यवस्था नहीं बन पाती है तो बहते हुए जल में स्नान करें। अगर बहते जल में भी स्नान करने में असमर्थ हैं तो घर में एक बर्तन में पानी रख लें, उसमें गंगा जल डाल लें और सूर्य (Surya) को प्रणाम कर और उसी जल से स्नान करें। ऐसा करने से मां गंगा विशेष फल प्रदान करती हैं।
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क्या है स्नान करने का सही समय — Vaishakh Purnima 2023
1 : ब्रह्म मुहूर्त —
बुद्ध और वैशाख पूर्णिमा पर स्नान के लिए ब्रह्म मुहूर्त सबसे अच्छा माना गया है। मान्यता अनुसार इस मुहूर्त में स्नान करने से आनंद की अनुभुति होती है। साथ ही आप एनर्जी महसूस करते हैं। भगवान की आप पर विशेष कृपा बरसती है।
2 : सुबह 7 बजे तक का स्नान —
मान्यता अनुसार सूर्योदय से लेकर के सुबह 7:00 बजे के बीच का स्नान मनुष्य स्नान कहलाता है। इस तरह का स्नान करने से व्यक्ति को आधा पुण्य मिलता है।
3 : सुबह 8 से 10:00 बजे का स्नान —
आपको बता दें जो लोग सुबह 8:00 बजे से 10:00 बजे के बीच में स्नान करते हैं तो ऐसा स्नान, राक्षस स्नान कहलाता है। ऐसे लोगों का किया दान और पूजा—पाठ व्यर्थ माना जाता है। इसलिए आप भी कोशिश करें कि समय का ध्यान रखते हुए प्रातः कालीन सुबह 4:00 बजे से सूर्योदय के पहले स्नान करें। इसके बाद आप भगवान शिव (Shiv) और विष्णु (Vishnu) जी का विधिवत पूजन कर लाभ उठा सकते हैं।
Vaishakh Purnima 2023- Vaishakh Purnima 2023 Kab Hai- वैशाख पूर्णिमा 5 मई 2023
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