आजकल तकनीक का इस्तेमाल इस हद तक बढ़ रहा है कि इसे नियंत्रित करना जरूरी हो गया है. एक तरफ टेक्नोलॉजी ने हमारे जीवन को आसान बना दिया है. टेक्नोलॉजी के कई फायदे भी हैं.
तो वहीं दूसरी तरफ टेक्नोलॉजी के उतने ही नुकसान भी दिखाई देते हैं. इसलिए हमें सतर्क और जागरूक रहने की जरूरत है. नहीं तो परिणाम भयंकर हो सकता है.
आज हर कोई अपना ज्यादातर समय टेक्नोलॉजी के पीछे बिताने लगा है. लेकिन अब इससे होने वाले नुकसान को समझना भी काफी जरूरी है.
हर माता-पिता देख रहे हैं कि कैसे तकनीक बच्चों को प्रभावित कर रही है. इस प्रकार तकनीक के बिना जीवन अंधकार के समान लगने लगा है.
हमें पता भी है कि टेक्नोलॉजी के जितने फायदे हैं. उससे करीब चार गुना ज्यादा नुकसान भी हैं. इसलिए तकनीक का उपयोग कैसे किया जाए यह समझना महत्वपूर्ण है. तकनीक के बीच अपने बच्चे को सुरक्षित रखना बहुत जरूरी हो गया है.
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सोशल साइट्स से रखें दूर
बच्चों को सोशल मीडिया से दूर रखें. सोशल मीडिया बच्चों की सोच और व्यवहार को आसानी से बदल सकता है. इसलिए माता-पिता को बहुत सतर्क रहना चाहिए.
यहां तक कि आप भी नहीं जानते होंगे कि बच्चे सोशल मीडिया से कब, कहां और कैसे क्या सीख रहे हैं. एक बार सोशल मीडिया की लत लग जाने के बाद इसका असर उनके स्वास्थ्य पर पड़ता है. सबसे खतरनाक बात यह है कि यह बच्चों की मेंटल हेल्थ को भी खराब कर सकता है.
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इंटरनेट-स्मार्टफोन का इस्तेमाल कम से कम करें
आज तकनीक के युग में इंटरनेट का उपयोग बहुत बढ़ गया है. जिससे बच्चे थोड़ा सा भी फ्री होते ही सोशल मीडिया मैसेज और ब्राउजिंग में व्यस्त हो जाते हैं.
बच्चे यूट्यूब वीडियो देखने, इंटरनेट सर्फिंग, चैटिंग आदि में बहुत व्यस्त हो जाते हैं. ऐसे समय में माता-पिता को अपने बच्चों पर नजर रखनी चाहिए.
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बच्चों को देर तक टीवी देखने ना दें
आजकल बच्चे टीवी पर सीरियल देखने के लिए देर रात तक जागते हैं. साथ ही कंप्यूटर में गेम खेलने में भी ज्यादा समय व्यतीत करते हैं. जो बहुत ख़तरनाक होता है.
बच्चों की आंखों और दिमाग पर इसका बहुत बुरा असर पड़ता है. एक खोज के अनुसार, ऑनलाइन गेम बच्चों के शारीरिक विकास को कम करते हैं. इसलिए बच्चों को देर रात तक गेम खेलने और टीवी देखने देना उनकी जिंदगी से समझौता करने जैसा है.
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