बेमेतरा। Bemetara Biranpur violence big update: छत्तीसगढ़ में बिरनपुर हिंसा में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। आगजनी में शामिल 5 आरोपियों के लिए गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, अब भी यहां धारा 144 लागू है। प्रशासन ने अब भी बिना अनुमति लिए बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर बैन लगा रखा है।
इन आरोपियों को किया गिरफ्तार
1- अजय रजक पिता कृष्ण रजक उम्र 23 वर्ष निवासी पेंडरवानी थाना गंडई जिला खैरागढ़
2- प्रवीण कुमार साहू पिता काशीराम साहू उम्र 27 वर्ष निवासी पेंडरवानी थाना गंडई जिला खैरागढ़
3- संदीप साहू पिता परसराम साहू उम्र 20 वर्ष निवासी रामहेपुर थाना सहसपुर लोहारा जिला कबीरधाम
4- प्रदीप रजक पिता अनुज रजक उम्र 21 वर्ष निवासी पेंडरवानी थाना गंडई जिला खैरागढ
5- दिनेश रजक पिता जनक रजक उम्र 23 वर्ष निवासी पेंडरवानी थाना गंडई जिला खैरागढ़
यह भी पढ़ें- Baisakhi 2023: बैसाखी क्या है? जानिए इस त्यौहार का इतिहास, रीति-रिवाज और परंपराएं
दुर्ग आईजी आनंद छाबड़ा ने किया था इनाम घोषित
बता दें कि बिरनपुर मामले में दुर्ग आईजी आनंद छाबड़ा ने इनाम की घोषणा भी की थी। कहा था कि हिंसा में शामिल लोगों के बारे में सूचना देने वालों के लिए इनाम दिया जाएगा। पुलिस का कहना था कि जिन दो लोगों की मौत हुई है, उनके आरोपियों के संबंध में जो भी व्यक्ति जानकारी देगा उसे 30 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा।
जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि कोई भी बाहरी व्यक्ति बिना अनुमति लिए हिंसा प्रभावित क्षेत्र में न जाए। बिरनपुर के साथ ही जिला मुख्यालय बेमेतरा में अब भी धारा 144 लागू है। इधर, बिरनपुर हिंसा को लेकर सियासत भी गरमाई हुई है। बीजेपी ने हिंसा के बाद बाहरी व्यक्तियों के सीजी में आकर बसने का मुद्दा उठाया है।
जरूर पढ़ें- Jagdalpur train cancelled : ट्रेन बंद; दंतेवाड़ा से बैलाडीला के बीच केके रेललाइन पर नहीं चलेंगी ट्रेन
बीजेपी बाहर से आए लोगों की लिस्ट बनाएगी
बीजेपी का कहना है कि वह सीजी में बाहर से आकर बस चुके लोगों की लिस्ट बनाएगी। बिरनपुर इलाके में इस अभियान के लिए चलाया जाएगा। पुरानी और नई मतदाता सूची का मिलान किया जाएगा। बीजेपी का सरकार पर आरोप है कि बाहरी व्यक्तियों को बढ़ावा क्यों दिया जा रहा है। हिंसा के समय अचानक लोग कहां से आ जाते हैं।
बता दें कि 8 अप्रैल को छत्तीसगढ़ में बेमेतरा के बिरनपुर गांव में दो स्कूली बच्चों के बीच हुए मामूली विवाद ने हिंसा का रूप ले लिया था। बता दें कि गांव में अब भी पुलिस बल तैनात है। गांव के लोगों का बाहर जाना और बाहरी लोगों का अंदर आना प्रतिबंधित है। किसी भी तरह की आपातकाल स्थिति से निपटने के लिए भी व्यवस्थाएं भी की गई हैं।
यह भी पढ़ें- Bemetara Biranpur News: दो छात्रों के विवाद ने कैसे बंद कराया छत्तीसगढ़, जानें बेमेतरा बिरनपुर का हाल