रायपुर। आज का मुद्दा… छत्तीसगढ़ के बेमेतरा में हुई दो समुदायों के बीच झड़प और एक युवक की हत्या का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। हत्या के बाद पहुंची पुलिस के ऊपर पथराव भी किया गया। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव की स्थिति है। पुलिस ने 11 लोगों को हिरासत में ले लिया है। वहीं अब मामले में सियासत भी गरमा रही है।
रायपुर में बीएचपी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे
बेमेतरा की आग में प्रदेश सुलग रहा है। बेमेतरा के बिरनपुर में 2 समुदायों के बीच हुए मारपीट और एक युवक की हत्या के विरोध में जमकर बवाल हुआ। घटना के विरोध में VHP ने छत्तीसगढ़ बंद का ऐलान किया है। रायपुर में बीएचपी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे। इस दौरान बीएचपी कार्यकर्ताओं ने नए बस स्टैंड पर कुछ बसों को निशाना बनाया और उनमें तोड़फोड़ की। इस बीच विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों के साथ पुलिस की झुमा झटकी भी हुई। वहीं कई शहरों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
8 अप्रैल को दो बच्चों में कहासुनी हुई थी।
8 अप्रैल को बेमेतरा के बिरनपुर गांव में दो बच्चों में कहासुनी हुई थी। इस दौरान एक बच्चे ने दूसरे बच्चे पर हमला कर दिया था, जिसके बाद विवाद बढ़ गया। इसके बाद देखते ही देखते पूरा मामला दो समुदायों के बीच खूनी संघर्ष में बदल गया। इस घटना में 22 साल के युवक भुनेश्वर साहू की मौके पर ही मौत हो गई थी और अब इस मामले पर सियासत भी तेज है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव मृतक के परिजनों से मिलने पहुंचे और कांग्रेस सरकार को घेरा।
धर्मांतरण मसले पर बवाल हुआ था
कुछ हफ्तों पहले नारायणपुर में धर्मांतरण मसले पर जमकर बवाल हुआ था। कई पुलिसकर्मी और अधिकारी घायल हुए थे और अब बेमेतरा की आग प्रदेशभर में फैल चुकी है। ऐसे में अब कई सवाल उठ रहे हैं। आखिर क्यों इस तरह की घटना चुनाव के वक्त हो रही है। क्या इस घटना में पुलिस प्रशासन की भी कहीं कोई चूक हुई और अब इस मामले पर सियासत कहां तक ठीक है। खैर इन सवालों के जवाब मिले या ना मिले, लेकिन इतना तय लग रहा है कि आने वाले चुनाव में लॉ एंड ऑर्डर बड़ा मुद्दा बन सकता है।