भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज आज मध्यप्रदेश की प्राणदायिनी ऋषियों की तपोभूमि, मां नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक में मां नर्मदा की पूजाण्अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया तथा प्रदेश की सुख.समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा आज भगवान महावीर स्वामी जी की जयंती है। आज मैं पूरे विश्वास के साथ कह रहा हूं कि सत्यए अहिंसाएअपरिग्रह एअस्तेयए ब्रह्मचर्य का जो मंत्र उन्होंने दिया है। भौतिकता की अग्नि में दग्ध विश्व मानवता को शाश्वत शांति के पथ का दिग्दर्शन वही मंत्र करा सकता हैं।
अभी तक सिर्फ नागरिकों के तत्काल इलाज के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था थी लेकिन अब गौ माता या अन्य मूक पशुओं के बीमार होने पर एंबुलेंस चलाने का फैसला किया है। एंबुलेंस में डॉक्टर और कंपाउंडर भी रहेंगे: CM pic.twitter.com/UroxFvlfLw
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) April 3, 2023
अपने आपको धन्य महसूस करता हूं
आज मैंने आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के दर्शन किए हैंए वे केवल जैन धर्म के संत नहीं हैंए राष्ट्र संत हैं। अद्भुत संत हैं। हमारा सौभाग्य है कि हम अपने नेत्रों से उनके दर्शन कर पा रहे हैं। जब भी मैं उनसे मिलता हूं, अपने आपको धन्य महसूस करता हूं। आचार्य श्री काम, क्रोध, लोभ मोह और माया में फंसे करोड़ों लोगों को धर्म व मोक्ष का मार्ग दिखा रहे हैं। उन्होंने मूक माटी महाकाव्य की रचना की है। वे सनातन परंपरा और भगवान महावीर स्वामी जी द्वारा दिखाए मार्ग पर चलने के लिए जनण्जन को प्रेरित कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने #महावीर_जयंती पर अमरकंटक, जिला अनूपपुर में आयोजित आचार्य श्री विद्यासागर जीव दया (गौसेवा) सम्मान समारोह में गौ शालाओं का सफल संचालन करने वाली संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं गौ सेवकों को सम्मानित किया।#JansamparkMP pic.twitter.com/gbe4tTZKmN
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अपने आप को जीते वो महावीर होता है
जैन की परिभाषा है, जो दूसरे को जीते, वो वीर, लेकिन जो अपने आप को जीते वो महावीर होता है। अपने आप को जीतना बहुत कठिन कार्य है और अपने आप को जीतने के लिए जितेंद्रीय बनना पड़ता है
आज महावीर जयंती है
आज महावीर जयंती है। भगवान महावीर स्वामी ने सत्य, अहिंसा, अस्तेय, अपरिग्रह और ब्रह्मचार्य का मंत्र जो उन्होंने हमें दिया है, भौतिकता की अग्नि में दग्ध विश्व मानवता को शाश्वत शांति के पथ का दिग्दर्शन यही मंत्र करा सकता है।
जितेंद्रीय बनना पड़ता है
जो दूसरों को जीते वह वीर, लेकिन जो अपने आपको जीत ले वह महावीर। और अपने आपको जीतने के लिए जितेंद्रीय बनना पड़ता है।
एंबुलेंस में डॉक्टर और कंपाउंडर भी रहेंगे
इसलिए जो जितेंद्रीय वह जिनए और जो जिन वहीं जैन है अभी तक सिर्फ नागरिकों के तत्काल इलाज के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था थी, लेकिन अब गौ माता ambulance for cows या अन्य मूक पशुओं के बीमार होने पर एंबुलेंस चलाने का फैसला किया है। एंबुलेंस में डॉक्टर और कंपाउंडर भी रहेंगे । इसका नंबर 1962 रहेगा। एक महीने में ये एम्बुलेंस प्रदेश में चलने लगेगी। गाड़ियां आ गई हैं। कुछ और व्यवस्थाएं कर रहे हैं। 313 ब्लॉक में 313 और कुछ नगरों में ऐसी कुल 407 एम्बुलेंस चलाई जाएंगी।
सभी शराब के अहाते बंद कर दिए
मुख्यमंत्री ने महावीर जयंती पर अमरकंटक, जिला अनूपपुर में आयोजित आचार्य श्री विद्यासागर जीव दया गौसेवाद्ध सम्मान समारोह में गौ शालाओं का सफल संचालन करने वाली संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं गौ सेवकों को सम्मानित किया। 1 अप्रेल से मध्यप्रदेश में सभी शराब के अहाते बंद कर दिए गए हैं।
सभी को जैन बनने का प्रयास करना चाहिए
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि महावीर स्वामी के 5 महाव्रत सत्य, अहिंसा, अस्तेय, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह भौतिकता से दग्ध मानवता को शाश्वत शांति के पथ का दर्शन कराते हैं। महावीर जयंती पर हम उनके मार्ग पर चलने का संकल्प लें। महावीर स्वामी ने बताया था कि जो दूसरों को जीते हैं वह वीर और जो स्वयं को जीते वह महावीर होते हैं। स्वयं को जीतने के लिए जितेंद्रिय अर्थात जैन है। इस अर्थ में सभी को जैन बनने का प्रयास करना चाहिए।
पशु सेवकों को पुरस्कार वितरित किए
मुख्यमंत्री अमरकंटक में आचार्य विद्यासागर दया पुरस्कार कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने प्रदेश की श्रेष्ठ गो-शालाओं, गो-भक्तों और पशु सेवकों को पुरस्कार वितरित किए।
हर प्राणी का कल्याण चाहते हैं
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि आचार्य विद्यासागर राष्ट्रसंत हैं, जिनके दर्शन का आज मुझे सौभाग्य मिला है। उनमें मुझे महावीर स्वामी की छवि दिखाई देती है। मूक माटी उनका अद्भुत ग्रंथ है। जैन धर्म हमें बिना हथियार के दूसरों को जीतना सिखाता है। हमारी संस्कृति आत्मवत सर्वभूतेषु, सर्वे भवंतु सुखिन: और एकात्म मानवता की है। हम सबमें एक ही चेतना को देखते हैं, हर प्राणी का कल्याण चाहते हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि महात्मा गांधी के प्रिय भजन “वैष्णव जन तो तेने कहिए, जे पीर पराई जाने रे” से सीख ले कर मैंने बहनों के लिए लाड़ली बहना योजना बनाई है। मेरे मन में बहनों की पीड़ा दूर करने की भावना थी। इस योजना से बहनें स्वाबलंबी बनेगी और उनमें आत्म-विश्वास जागृत होगा।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि प्रदेश में गो-संरक्षण और गो-संवर्धन के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य सरकार ने गाय और पशुओं के लिए भी एंबुलेंस सेवा शुरू की है। प्रदेश के हर विकासखंड में एक-एक एंबुलेंस चलाई जा रही है, जिसमें डॉक्टर और कंपाउंडर की व्यवस्था भी की गई है। प्रदेश में 407 पशु एंबुलेंस आ चुकी है। इस सेवा के लिए 1962 पर कॉल करें। चौहान ने कहा कि 1 अप्रैल से प्रदेश में शराब के अहाते बंद कर दिए गए हैं। शराब पीकर गाड़ी चलाने पर चालक का लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा।
मध्यप्रदेश में हुए उत्कृष्ट कार्य
बाल ब्रह्मचारी विनय भैया ने कहा कि जीव दया और पशु सेवा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश सरकार उत्कृष्ट कार्य कर रही है। खेती में आज बैलों की जगह ट्रैक्टर और हार्वेस्टर ने ले ली है। इस कारण से गो-वंश के समक्ष भोजन की समस्या उत्पन्न हो गई है। उन्होंने सुझाव दिया कि मध्यप्रदेश सरकार ऐसी व्यवस्था करें कि किसान खेती के बाद नरवाई को जलाए नहीं, बल्कि भूसे को गो-शालाओं को दे दे। भूसा पशुओं का भोजन है, मनुष्य को उसे जलाने का कोई अधिकार नहीं है। राज्य सरकार किसानों को 90 प्रतिशत अनुदान पर भूसा निकालने की मशीन दे रही है। भूसा किसी भी हालत में जलाया नहीं जाना चाहिए।
202 करोड़ 53 लाख रूपए की राशि वितरित
म. प्र. गो-संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि ने कहा कि प्रदेश में श्रेष्ठ कार्य करने वाली गो-शाला, गो-सेवकों और पशु-सेवकों के लिए आचार्य श्री विद्यासागर जी दया पुरस्कार प्रारंभ किया गया है। प्रदेश में 1758 सक्रिय गो-शालाएँ हैं, जिनमें 2 लाख 87 हजार गो-वंश है। सरकार ने गो-सेवा के लिए बजट में पर्याप्त प्रावधान किया है। इस वर्ष गो-शालाओं को 202 करोड़ 53 लाख रूपए की राशि वितरित की गई है।
मुख्यमंत्री चौहान ने माँ नर्मदा की पूजा-अर्चना की
मुख्यमंत्री ने अमरकंटक में मध्यप्रदेश की जीवनदायिनी, पुण्य-सलिला माँ नर्मदा की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना की। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, जन-प्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे।
भगवान आदिनाथ के किए दर्शन
मुख्यमंत्री ने अमरकंटक में सर्वोदय तीर्थ पंचकल्याण मंदिर पहुँच कर भगवान आदिनाथ के दर्शन कर प्रदेश के नागरिकों की सुख-समृद्धि के लिए कामना की। मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर का अवलोकन भी किया। इस दौरान मुख्यमंत्री चौहान को मंदिर परिसर में 1000 स्थापित प्रतिमाओं संबंधी जानकारी दी गई।
आचार्य विद्यासागर महाराज से आशीर्वाद लिया
मुख्यमंत्री चौहान ने अमरकंटक में जैन धर्मशाल पहुँच कर आचार्य विद्यासागर जी महाराज के दर्शन किये और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया