(शाजापुर से आदित्य शर्मा की रिपोर्ट): नगर के स्थानीय लालघाटी स्थित कालिका माता मंदिर पर नवरात्रि पर्व के अंतिम दिवस आचार्य पं.कौशल किशोर दाधीच केसरी की श्रीमद् देवी भागवत कथा के समापन अवसर पर भक्तों ने हिस्सा लिया।
इस मौके पर आचार्य पं.कौशल किशोर दाधीच केसरी ने कहा कि मानव मात्र के धर्म के मार्ग पर चलना चाहिए। धर्म के मार्ग पर चलने वाला कभी अत्याचारी नहीं हो सकता। वह सदैव परोपकारी बन धर्मानुसार कार्य कर मोक्ष की प्राप्ति करता है। भागवत कार्यों में लीन व्यक्ति को सद्गुणों की प्राप्ति होती है और व्यक्ति में धार्मिक आस्था जागृत होती है। दुर्गुणों की बजाय सद्गुणों के द्वार खुलते हैं।
उन्होंने कहा कि हर कथा या अनुष्ठान का तत्वसार होता है जो मन बुद्धि व चित को निर्मल कर देता है। मनुष्य शरीर भी भगवान का दिया हुआ सर्वश्रेष्ठ प्रसाद है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि देवी भागवत के आयोजन और श्रवण से मनुष्य को सदमार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है। कहा कि इस तरह के धार्मिक आयोजन से लोगों को जीवन मिलता है। इस आयोजन से रिद्धि सिद्धि लौटेगी और खुशहाली का दौर शुरू होगा। कथा में माता के भजनों की प्रस्तुति कलाकारों द्वारा दी गई। जिस पर भक्त माता के भजनों पर थिरकते दिखे।
इस अवसर पर कथा में नगर पालिका अध्यक्ष प्रेम जैन सहित सभापतिगणों ने पूजा-अर्चना कर आरती में हिस्सा लिया। इस दौरान वार्ड पार्षद व सभापति दीप कलेशरिया, रघुवीरसिंह पंवार, राजेश शर्मा, टी.आर.सिसोदिया, राममूर्पि शर्मा, देवेन्द्र वर्मा, मनीष जोशी, विनोद जोशी, बीएस सूर्यवंशी, अशोक जाधव, देवेन्द्र, सहित बड़ी संख्या में मंदिर समिति सदस्यगण सहित बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित थे। कथा के समापन पर वार्ड क्षेत्र में चल समारोह भी निकाला गया और बाद में भंडारे का भी आयोजन किया गया।