छतरपुर। MP News: 48 घंटे की भू-समाधि में लीन हो चुके बाबा को पुलिस और प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर बाहर निकाल लिया। यह मामला मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में गोरिया गांव का है। यहां स्थित सिद्ध पीठ बाबा मंदिर के पुजारी नारायण दास कुशवाहा ने 28 मार्च को चौथी बार भू-समाधि ले ली थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि नवमी के दिन दोपहप 1:40 बजे जब मैं अंदर से आवज दूं तो मुझे समाधि से बाहर निकाल लेना। लेकिन जैसे ही यह जानकारी सिविल लाइन थाना को लगी तो पुलिस और तहसीलदार ने बाबा को मंगलवार के दिन ही बाहर निकाल लिया गया। bhu samadhi
नवरात्रि के अवसर पर
दरअसल, नवरात्रि के अवसर पर मंदिर के 60 वर्षीय पुजारी नारायण दास कुशवाहा ने मंदिर के पास करीब 6 फीट का गड्ढा खुदवाया था। जिसमें उतरने के बाद ऊपर से उसे मिट्टी से ढक दिया गया था। स्थानीय लोगों का कहना है कि बाबा पर हनुमान जी की कृपा है और पहले भी वह इस तरह की समाधि ले चुके हैं। तहसीलदार संध्या अग्रवाल ने जानकारी दी कि बाबा ने मंगलवार की दोपहर करीब ढाई बजे समाधी ली थी जिन्हें 6 बजे निकाला लिया गया है।
भोपाल में भी ली थी भूमिगत समाधि
बता दें कि मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में भी एक आध्यात्मिक संस्था के संस्थापक द्वारा सितंबर 2022 में 72 घंटे की भूमिगत समाधि ली गई थी। उन्हें ऐसा करने के लिए पुलिस द्वारा मना कर दिया गया था, लेकिन बातों के दरकिनार करते हुए उन्होंने भूमिगत समाधि लेने का निर्णय लिया। पांच दिन पहले से उन्होंने अन्न त्याग कर दिया था। भोपाल के तात्या टोपे नगर में स्थित माता मंदिर के पीछे स्थित भद्रकाली विजयासन दरबार के आध्यात्मिक संस्था के संस्थापक पुरुषोत्तमानंद महाराज ने भूमि (जमीन के अंदर) रहने का निर्णय लेते हुए अपने आप को भूमिगत सामाधि में लीन कर लिया था, जो 48 घंटे बाद निकले थे।