रायपुर। CG News , A wounded tigress जिस घायल बाघिन की दहशत के चलते कुदरगढ़ देवी मंदिर में नवरात्रि पर भक्तों के जाने पर रोक लग गई व दो लोगों को मौत के घाट उतारने वाली बाघिन को ट्रेंकुलाइज कर पिंजरे में कैद कर लिया गया। यह बाघिन गांव से मात्र 500 मीटर दूरी पर घायल अवस्था में पड़ी थी। वन अमले की टीम ने पहले तो उसे ट्रेंकुलाइज किया, फिर उसका उपचार शुरू किया। अब उसे जंगल में किसी सुरक्षित स्थान पर छोड़े जाने की तैयारी की जा रही है। हालांकि, जब तक वह पूर्ण रूप से स्वस्थ नहीं हो जाती, तब क वन अमले की टीम उसपर नजर रखकर इलाज करेगी।
सूरजपुर में ओडगी ब्लॉक का कालामांजन गांव
दरअसल, छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में ओडगी ब्लॉक के कालामांजन गांव में तीन युवकों पर हमला कर इस बाघिन ने घायल कर दिया था, वहीं तीनों युवकों ने अपनी जान बचाने के लिए बाघिन पर भी कुल्हाड़ी से हमला किया, जिसमें बाघिन भी घायल हो गई थी, जो गांव से मात्र 500 मीटर दूर जंगल में जाकर बैठ गई। इधर, बाघिन के हमले में Tiger attack समयलाल 32 वर्ष, कैलाश सिंह 35 वर्ष की मौत हो गई। वहीं राय सिंह का इलाज जारी है। यह घटना सोमवार सुबह करीब 6 बजे की बताई जा रही है। अब बाघिन सफल रेस्क्यू कर लिया गया है।
नवरात्रि में देवी मंदिर में जाने पर रोक
इधर, बाघिन के हमले के बाद प्रशासन ने कुदरगढ़ महोत्सव दिवस को स्थगित करते हुए एक दिन का अवकाश घोषित कर दिया था। वहीं बच्चों की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए स्कूलों में भी अवकाश दे दिया गया था। इसके साथ ही स्थानीय लोगों से जंगल में न जाने की अपील भी की गई। साथ दी जंगल में देवी मंदिर में जाने पर भी रोक लगा दी गई थी। यहां कुदरगढ़ देवी मंदिर में नवरात्रि पर भक्तों की भीड़ लगी हुई थी, लेकिन जंगल में बाघिन के हमले के बाद यहां श्रद्धालुओं के जाने पर रोक लगा दी गई थी।