भोपाल। MP News एमपी में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर प्रदेश में धरने पर बैठ गए हैं। mp breaking news जी हां संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चैधरी के बंगले के सामने धरने पर बैठ गए हैं। कर्मचारियों की मांग है कि हड़ताल के दौरान आश्वासन दिए जाने के तीन महीने बाद भी उनका संविलियन नहीं किया गया। बल्कि विभाग द्वारा और नए पदों पर भर्ती की जा रही है। इतना ही नहीं इसके नियमों को भी इतना जटिल कर दिया गया है कि कुछ कर्मचारी तो अपात्र घोषित हो जाएंगे।
आपको बता दें मध्यप्रदेश के अलग-अलग जिलों से एएनएम के संविदा कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर धरने पर बेठै हैं। यहां मंत्री बंगले पर नहीं हैं। आपको बता दें स्वास्थ्य कर्मचारी संविलियन की मांग और ग्रुप पांच के तहत होने वाली एएनएम भर्तियों में उनकी उपेक्षा का आरोप लगा रहे हैं। जिसके अनुसार जो भर्ती के लिए नए नियम बनाए गए हैं वे सही नहीं है।
मध्य प्रदेश संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी सोमवार को अपनी मांगों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी के बंगले पर धरने बैठे #bhopal #भोपाल #संविदास्वास्थ्यकर्मचारी #संविदा pic.twitter.com/b3TOzGN5H2
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) March 27, 2023
क्या कहना है कर्मचारी संघ का – MP News
मंत्री के बंगले का घेराव इन संविदा कर्मचारियों द्वारा किया गया है। इस दौरान संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अध्यक्ष्ज्ञ जितेंद्र सिंह भदौरिया द्वारा मीडिया को जानकारी देते हुए बताया गया है नवरात्रि में हमारी बहनों को इस स्थिति में आकर बैठना पड़ा है। स्वास्थ्य मंत्री ने हमारी हड़ताल के दौरान आश्वासन दिया था कि बहनों का समायोजन करेंगे। लेकिन तीन महीने बाद भी 10 से 15 साल से एएनएम के पद पर काम कर रही बहनों का समायोजन नहीं किया गया है। बल्कि इसके विपरीत अब सरकार द्वारा 2600 पदों की भर्तियां भी निकाल दी गई हैं। इतना ही नहीं इस भर्तियों में 20 प्रतिशत का कोटा लागू किया गया है। पर इसमें ऐसे नियम डाल दिए गए है कि लंबे समय से संविदा पर काम कर रही बहने अपात्र हो गए है।
18 महीने की जगह 2 साल का किया कोर्स होगा मान्य – MP News
अध्यक्ष भदौरिया का कहना है कि अभी तक जो नियम था उसके अनुसार भर्ती में 18 महीने का निजी काॅलेज का सर्टिफिकेट भी मान्य हो जाता था। लेकिन अब इसके नियमों में बदलाव करते हुए 2 साल कर दिया गया है। यानि अभी तक जिन्होंने 18 महीने वाला कोर्स किया है वह अपात्र हो जाएंगे। तो वहीं अब 12वीं कक्षा बायोलॉजी से मांगी गई है। इतना ही नहीं भर्ती में सरकारी कॉलेज का डिप्लोमा मांगा जा रहा है। यानि अब इसमें निजी कॉलेज से डिप्लोमा करने वाली बहने अपात्र हो जाएंगी। वे इसके लिए आवेदन नहीं कर पाएंगी। यानि कुल मिलाकर इस संविदा कर्मारियों की अपेक्षा की गई है। इसलिए कर्मचारियों द्वारा आग्रह किया गया है कि हम संविधा कर्मचारियों का समायोजन किया जाए। एनएचएम में 7 हजार एएनएम है। स्वास्थ्य विभाग में आम जनता तक सरकारी सेवाओं का पहुंचाने का काम एएनएम करती है।