देहरादून। CM Pushkar Dhami उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को अपने कार्यकाल का एक वर्ष पूरा होने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में कई घोषणाएं कीं और अधिकारियों को इन घोषणाओं को 15 अप्रैल तक लागू करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री धामी के कार्यकाल का बृहस्पतिवार को एक वर्ष पूरा हुआ और इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कुछ घोषणाएं की थीं।
जानिए सचिव ने क्या कहा
मुख्य सचिव एसएस सन्धु को इन घोषणाओं को तय समय पर धरातल पर प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इन्हें लागू किये जाने के लिए सभी संबंधित विभागों के साथ बैठक कर आवश्यक कदम उठाए जाएं और आगामी 15 अप्रैल तक घोषणाओं को प्रभावी किया जाए या उन्हें लागू किया जाए। धामी ने कहा कि एक वर्ष के कार्यकाल में राज्य सरकार ने राज्य के विकास एवं जनहित से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों में पूर्ण संवेदनशीलता के साथ कार्य किया है और अब वह आगामी 10 वर्ष का रोडमैप तैयार कर राज्य के सर्वांगीण विकास एवं समाज के प्रत्येक वर्ग के उत्थान के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने कहा कि इसी लक्ष्य के मद्देनजर उन्होंने बृहस्पतिवार को कार्यक्रम के दौरान महत्वपूर्ण घोषणाएं की थीं जिन्हें तय समय पर धरातल पर प्रभावी रूप से उतारा जाना आवश्यक है।
Dehradun, U’khand | CM Mr. Pushkar Singh Dhami on Friday presented Khel Ratna award to Badminton player Lakshya Sen for 2019-20, Athletic player Chandan Singh for 2020-21 in a program organized by the Sports Department at Parade Ground, New Multipurpose Sports Building pic.twitter.com/479QxflzLN
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 24, 2023
इन योजनाओं को किया शामिल
मुख्यमंत्री ने प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने वाले परीक्षार्थियों को आने-जाने के लिए परिवहन निगम की बसों में किराये में उत्तराखंड में 50 प्रतिशत की छूट देने, छठी कक्षा से कंप्यूटर एवं सूचना प्रौद्योगिकी की शिक्षा को लागू करने, सभी 13 जिलों में लैब ऑन व्हील्स ‘चलती-फिरती’ प्रयोगशाला स्थापित करने, हल्द्वानी में अन्तरराष्ट्रीय स्टेडियम को अत्याधुनिक बनाकर अन्तरराष्ट्रीय मानकों का खेल विश्वविद्यालय स्थापित करने, 250 की आबादी वाले गांवों को मुख्य सड़कों से जोड़ने और श्रमिकों के बच्चों को स्कूली शिक्षा देने के लिए मोबाइल स्कूल प्रारंभ करने जैसी कई घोषणाएं की थीं।