नई दिल्ली। Door Slamming जब आपको गुस्सा आता है तो आप क्या करते हैं। life style शायद इसका जबाव सभी की तरह एक ही होगा। utility जी हां शायद आप भी और लोगों की तरह या तो घर के बर्तन फेकते होंगे या फिर घर का दरवाजा जोर से बंद करते होंगे। जी हां अक्सर लोग ये ही करते हैं। पर कभी आपने सोचा है कि ऐसा क्यों होता हैं यदि नहीं तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि इसके पीछे की आखिर वजह क्या है।
दरअसल आपका गुस्सा यदि कोई Door Slamming झेलता है तो वो है आपके घर का दरवाजा। वैज्ञानिकों ने इसकी वजह ढूंढ ली है। दरअसल साइंस की भाषा में इसे डोरवे इफेक्ट नाम दिया है। आपको बता दें मजे की बात तो ये है कि ऐसा करने के बाद गुस्सा भी कम हो जाता है। वैज्ञानिक की भाषा में इसे वेंटिंग इफेक्ट कहा जाता है। गुस्सा कम करने की दूसरी वजह मानें तो जब हम एक दरवाजे से दूसरे दरवाजे तक जाते हैं तो भी हमारा गुस्सा कम हो जाता है। वो इसलिए क्योंकि इतनी देर में हमारी पुरानी यादें कमजोर हो जाती हैं। हालांकि वैज्ञानिकों की मानें तो ये इफेक्ट थोड़े कम समय के लिए ही होता है। पर सबसे अच्छी बात ये है कि गुस्से को शांत करने के लिए ये अल्प समय ही काफी होता है। मनोवैज्ञानिक इसे डोर इफेक्ट या डोर थ्रेशहोल्ड थ्योरी कहते हैं।
जगह बदली तो भावनाएं भी बदल जाती हैं — Door Slamming
वैज्ञानिकों का मानना है कि जगह बदलने पर लोगों की भावनाओं पर भी फर्क पड़ता है। वो इसलिए क्योंकि गुस्सा आने पर आप जैसे ही जगह बदलते हैं तो आपकी भावनाएं भी बदल जाती हैं। आपको बात दें शुरुआत में इसे लेकर एक स्टडी की गई थी। गेब्रियल ए रेडवेन्स्की ने साल 2006 में डोरवे इफेक्ट पर स्टडी की थी। इस स्टडी में करीब 3 सौ लोगों पर पहला प्रयोग किया याग। जिसमें एक चौकाने वाली चीज सामने आई है।
जिसके अनुसार जब लोग एक से दूसरे कमरे में Door Slamming आने के लिए दरवाजा पार करते हैं तो कुछ देर के लिए पहले वाले कमरे की याद धुंधली हो जाती है। आपको बता दें ऑस्ट्रेलिया की बॉन्ड यूनिवर्सिटी ने भी दो साल पहले यानि वर्ष 2021 में डोरवे इफेक्ट पर रिसर्च की थी। जिसमें मनोवैज्ञानिक ओलिवर बोमैन ने इस रिसर्च में असल कमरों के अलावा वर्चुअल कमरे भी जोड़े। पर इसका परिणाम एक समान था। लेनिक आपको बता दें यही वजह है कि कोई स्ट्रॉन्ग इमोशन जगह बदलने पर हल्का होता चला जाता है। यही सबसे बड़ी वजह है कि जब भी किसी से लड़ाई झगड़ा होता है या टेंशन में रहते हैं तो इस कंडीशन में लोगों को जगह बदलने की सलाह दी जाती है।
आवाज कम करती है गुस्सा — Door Slamming
आपको बता दें गुस्से में जब भी कोई व्यक्ति कमरे का दरवाजा जोर से बंद करते हैं तो इससे निकलने वाली आवाज आपके गुस्से को कम करने में सहायक होती है। वो इसलिए क्योंकि ये आवाज आपके दिमाग को संतुलित करने में काफी मददगार साबित होती है। जिससे आपको अपने आप में गिल्ट यानि शर्मिंदगी महसूस होती है। जिससे इस बात का अहसास होता है कि आपके द्वारा भी कहीं न कहीं कोई न कोई गलती हुई होगी। यही कारण है कि डोर स्लैमिंग टीनएज लोगों में ज्यादा दिखती है।