भोपाल। गुजरात के वड़ोदरा के पास सावली में स्थित एल्सटॉम फैक्टरी में भोपाल-इंदौर के लिए मेट्रो ट्रेन के कोच बनने का कार्य बीते सोमवार से शुरू हो गया है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने वर्चुअली मेट्रो ट्रेन के कोच निर्माण कार्य का शुभारंभ कर दिया है। मंत्री सिंह ने कहा कि आगामी 31 अगस्त तक पहली ट्रेन सेट की डिलीवरी भोपाल और इंदौर में कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में टाइम लाइन के अनुसार मेट्रो का कार्य चल रहा है।
मंत्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश अपने नगरों का विकास वैश्विक मापदंडों के आधार पर करने की ओर अग्रसर है। उन्होंने बताया कि एल्सटॉम कंपनी भोपाल और इंदौर मेट्रो रेल परियोजनाओं के लिए 3 कोच की 52 ट्रेन अर्थात 156 कोच की आपूर्ति करेगा। भोपाल मेट्रो के लिये 3 कोच की 27 ट्रेन और इंदौर के लिए 3 कोच की 25 ट्रेन आयेंगी। कोच की लम्बाई 22 मीटर और चौड़ाई 2.9 मीटर रहेगी। यह ट्रेन 80 किलोमीटर प्रति घण्टा की स्पीड से चलेगी। ट्रेन का 15 वर्षों तक मेंटेनेंस भी कंपनी द्वारा किया जायेगा। साथ ही अनुबंध में रोलिंग स्टाफ, सिग्नलिंग और दूरसंचार की आपूर्ति तथा स्थापना के लिए एक संयुक्त अनुबंध किया गया है।
प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास नीरज मण्डलोई, एम.डी. मेट्रो रेल मनीष सिंह और अन्य अधिकारियों ने एल्सटॉम फैक्टरी का भ्रमण कर मेट्रो ट्रेन के कोच निर्माण प्रक्रिया की जानकारी ली। इस दौरान एल्सटॉम कंपनी के प्रमुख औलीवर, एम.डी अनिल सैनी भी उपस्थित थे।
भोपाल मेट्रो
भोपाल मेट्रो रेल परियोजना में दो मेट्रो कॉरिडोर ऑरेंज और ब्लू लाइन का निर्माण होना है। इनकी कुल लम्बाई 30.95 किलोमीटर है। आरेंज लाइन का प्राथमिकता कॉरिडोर सुभाष नगर से एम्स तक 7 किलोमीटर का है।
इंदौर मेट्रो
इंदौर मेट्रो रेल परियोजना में 31.76 किलोमीटर की लम्बी रिंग लाइन बननी है। इसका नाम येलो लाइन दिया गया है। प्राथमिकता कॉरिडोर गांधीनगर से रेडिसन चौराहा तक 17.28 किलोमीटर का है।