कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर से कार में आग लगने के बाद गायब हुआ परिवार आखिकर सोमवार देर शाम वापस पखांजूर लौट आया। मामले मे पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी ने अपनी पत्नी के लिए भी गुमराह किया। उसे बच्चे का ईलाज कराने के नाम पर बाहर ले गया। इस बीच आरोपी ई-पेपर की मदद से घटना की पूरी जानकारी लेता रहा। जब उसे पता चला कि पुलिस परिवार को मृत न मानकर लापता मान रही है तो उसने अपने नौकर के मोबाइल से पिता को किया फोन किया। फोन से क्लू मिलते ही पहुंची तत्काल मौके पर पहुंची।
कांकेर एसपी शलभ सिन्हा ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
दो बच्चों के साथ लापता हुए पति-पत्नी के मामले में कांकेर एसपी शलभ सिन्हा प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि कांकेर से लापता हुआ परिवार देर शाम पखांजूर पहुंच गया है। सुमिरन सिकदर का 72 लाख का था बीमा था, जिसे पाने के लिए शायद परिवार ने यह कहानी बनाई। लेकिन प्लान फेल होता देख वापस लौट आए। अब 435, 427, 120, 420 और 511 ipc के तहत ‘धोखाधड़ी और आगजनी का मामला दर्ज किया गया है। घर से परिवार 8 लाख रुपए कैश लेकर निकला था। गायब रहने के दौरान वह बिहार, पश्चिम बंगाल में घूमते रहे। लेकि इस बीच पत्नी के लिए भी पति ने गुमराह किया। उसे बच्चे के इलाज की बात कहते हुए साथ ले गया, जिसके चलते उसके खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया गया है।
“दृश्यम” फिल्म की तर्ज पर रची कहानी
बता दें कि छत्तीसगढ़ के कांकेर में कार से गायब हुए इस परिवार के मामले में पुलिस का शुरू से ही मानना था कि परिवार “दृश्यम” फिल्म की तर्ज पर खुद के गायब होने की कहानी रच रहा है। ऐसा इसीलिए कहा जा रहा था क्योंकि 1 मार्च की रात कार में आग लगी और दो मार्च को इस परिवार के धमतरी के एक लॉज में रुकने की जानकारी लगी थी। पुलिस के हाथ लगे एक सीसीटीवी फुटेज से भी शक यकीन में बदल चुका था।