रायपुर। विधानसभा चुनाव आने में अब लगभग 6 महीने का समय बचा है ,ऐसे में राजनैतिक दल अब सक्रिय होकर अपनी – अपनी रणनीति बनाने में जुट गए है। भाजपा सत्ता में वापसी के रास्ते तलाश रही है तो वहीं कांग्रेस कैसे सत्ता में बानी रहे इस पर जोर दे रही है। भाजपा हर एक विधानसभा सीट पर कोई भी कमी छोड़ने के इरादे में लग नहीं रही है। इसके लिए भाजपा के द्वारा हर विधानसभा सीट पर सर्वे कराया जा रहा है ,जिसमें हर विधानसभा के संभावित नामों की एक लिस्ट तैयार की जा रही है। इसके लिए दिल्ली से एक टीम छत्तीसगढ़ आई है जो की सारी विधानसभा सीटों पर जाकर नामों का एक ड्राफट केंद्रीय भाजपा समिति को सौपेगी।
सर्वे करने वाली टीम पार्टी के मंडल और जिले के पदाधिकारियों के अलावा अन्य लोगों से बात रही है। उनसे पूछा जा रहा है कि मौजूदा विधायक या विधायक प्रत्याशी के बदले किस नेता को टिकट देना उचित रहेगा। इसमें पहले, दूसरे और तीसरे नंबर के नेताओं के नाम लिए जा रहे हैं। किस समीकरण में कौन सा नेता फिट बैठ रहा है, यह भी टटोला जा रहा है। साथ ही साथ ये टीम आरक्षण के अनुसार भी कोनसा प्रत्याशी उचित होगा इस बात पर भी डिटेल इनफार्मेशन निकल रही है।
जहां ओबीसी बहुल हैं, वहां किसी दूसरे नेता का नाम आ रहा है तो उसकी ताकत क्या है, उसके साथ टीम कैसी है आदि? यह काम बस्तर से लेकर सरगुजा तक सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में चल रहा है। जिन जगह से भाजपा पिछले चुनावो में जीती हो या हारी हो वहां दोनों ही जगह किया जा रहा है। इस पूरी एक्सरसाइज में विधानसभा के जातिगत समीकरण के साथ-साथ कांग्रेस और भाजपा के वर्तमान प्रभाव को ध्यान में रखते हुए लिस्ट तैयार की जाएगी। किसी भी चुनाव में चुनाव लड़ रहा प्रत्याशी सबसे महत्वपूर्ण होता है। यही वजह है की पार्टी इसके लिए कोई भी कसर छोड़ने के इरादें में है।