भोपाल। पिछले कुछ सालों राजाभोज एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स की संख्या काफी बड़ी है और लगातार ही राजाभोज एयरपोर्ट पर कई सुविधाएं दी जा रही है। ऐसे में एयरपोर्ट पर अब एक और नई सौगात एयरपोर्ट को मिलने वाली है। शुक्रवार को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने मध्य भारत के प्रथम विमान मेंटेनेंस रिपेयर एंड ओवरहॉलिंग केन्द्र (MRO) के लिए भोपाल आधारित कंपनी एमएस ऐरोटेक के साथ अनुबंध किया है ।
केंद्र सरकार की नई नीतियों के मुताबिक 5600 वर्ग मीटर क्षेत्र में ऐसा पहला केन्द्र स्थापित किया जाएगा। इसके स्थापित होने के बाद भोपाल में ही बड़े और छोटे विमानों का मेंटनेंस और रिपेयरिंग किया जा सकेंगे । यहां पर विमान रिपेयरिंग का काम लगभग डेढ़ साल में चालू हो जाएगा। भोपाल में एमआर रओ नहीं होने से विमानों की मरम्मत नहीं हो पाती है। विमान में अचानक खराबी आने पर कई बार उड़ानों को निरस्त करना पड़ता है। उसके सुधार के लिए दिल्ली या मुंबई से इंजीनियरों को बुलाना पड़ता है, जिससे समय और धन की बर्बादी हो रही थी।
एमआरओ स्थापित होंगे, जहां पर बड़े बोइंग और छोटे विमानों का मेंटनेस हो सकेगा। बताया जा रहा है कि कंपनी से 30 साल का अनुबंध हुआ है। अगले साल दिसंबर तक इसे चालू कर दिया जाएगा। एमआरओ केन्द्र के लिए डीजीसीए से भी अनुमति मिल चुकी है।
एमएस-एरोटेक कंपनी के साथ 30 साल का अनुबंध हुआ है। इसके तहत 5600 वर्ग मीटर क्षेत्र में केन्द्र स्थापित होंगे। यहां पर बड़े और छोटे विमानों का मेंटनेस का काम होगा। कंपनी को इसे शुरू करने डेढ़ साल का समय दिया गया है।