अशोकनगर। Rang Panchmi 2023 Karila Mela रंग पंचमी पर एमपी के अशोकनगर में लगे करीला मेला में हुए राई कलाकारों के एचआईवी टेस्ट पर बड़ा एक्शन लिया गया है। इस मामले में सीएमएचओ डॉ. नीरज छारी को हटा दिया गया है। तो वहीं कलेक्टर से भी महिला आयोग ने जवाब तलब किया है। आपको बता दें अशोकनगर में आयोजित करीला मेले से पहले स्वास्थ्य विभाग ने राई डांसर्स का HIV टेस्ट कराया था। जिसके बाद यहा बड़ा बवाल मचा हुआ था। कांग्रेस ने भी इस पर आपत्ति जताई थी। महिला आयोग ने कलेक्टर उमा महेश्वरी को नोटिस देकर 5 दिन में जवाब मांगा है। वहीं, सीएमएचओ डॉ. नीरज छारी को हटा दिया गया है।
Rang Panchmi 2023 Karila Mela होली का त्योहार बुधवार को बड़े-धूमधाम से मनाया गया। karela mela इसके बाद आने वाला है बुंदेलखंड में खास तौर पर बनाए जाने वाला रंगपंचमी का त्योहार। आपको बता दें एमपी के अशोक नगर में इस अवसर पर लगने वाला करीला मेला देश ही नहीं विदेशों में भी अपनी विशेष पहचान बनाए है। जी हां यहां के मां जानकी मंदिर में माता सीता लवकुश के साथ विराजमान हैं। जहां पहुंचने वाले भक्तों की मुराद जरूर पूरी होती है। पर क्या आप जानते हैं इस मेले की खासियत क्या है, इसकी शुरूआत कब से हुई है। यदि नहीं तो चलिए जानते हैं।
मां जानकी का लेते हैं आर्शीवाद — Rang Panchmi 2023 Karila Mela
आपको बता दे इस साल रंग पंचमी का त्योहार 12 मार्च 2023 को यानि रविवार को मनाया जाएगा। रंगपंचमी पर सुबह से ही श्रद्धालुओं का करीला धाम आना प्रारंभ हो जाता है। इस दिन व रात में लाखों श्रद्धालु मां जानकी के मंदिर में शीश नवाते हैं और दर्शन लाभ लेकर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इतना ही नहीं यहां मन्नतें पूरी होने पर हजारों श्रद्धालु मंदिर परिसर के बाहर राई नृत्य करवाते हैं। करीला के मुख्य मंदिर में मां जानकी के साथ-साथ महर्षि वाल्मीकि व लव-कुश की प्राचीन प्रतिमायें स्थापित है।
यहां की भभूति से दूर होते हैं फसलों के रोग Rang Panchmi 2023 Karila Mela
अशोकनगर का करीला मेला लोगों की आस्थाओं का केंद्र हैं। ऐसा माना जाता है कि मां जानकी माता के दरबार में जो श्रद्धालु आते हैं। दर्शन लाभ लेकर श्रद्धालु मां जानकी दरवार की भभूति अपने साथ ले जाते है। ऐसी मान्यता है कि यहां माता के दरबार की भभूति को यदि इल्ली लगे खेतों में छिड़क दी जाए तो फसलों के सारे दोग दूर हो जाते हैं।
रात भर चलता है नृत्य — Rang Panchmi 2023 Karila Mela
यहां लगने वाले मेले की खासियत है कि नृत्यांगनाएं चमकीला घेरदार लहंगा पहनकर, लंबा घूंघट डाले पैरों में घुंघरू बांध कर रात भर ढोलक की थाप पर नाचती हैं। लेकिन सुबह भोर होते ही बंधाई नृत्य के साथ मेले का समापन होता है।
जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा कराई जाती हैं समुचित व्यवस्थाएं Rang Panchmi 2023 Karila Mela
आपको बता दें रंग पंचमी पर लगने वाले इस मेले की व्यवस्था की पूरी जिम्मेदारी जिला और पुलिस प्रशासन की होती है। जिसके लिए सभी विभागों के अधिकारियों को मेले से संबंधित दायित्व सौंपा जाता है। पुलिस के जवान मंदिर परिसर में निर्मित 35 फिट वॉच टावर पर पहुंचकर दूरबीन से तथा ड्रोन कैमरों से सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लेते हैं।
11 मार्च से शुरू होगा मेला — Rang Panchmi 2023 Karila Mela
आपको बता दें इस साल रंग पंचमी का मेला 11 मार्च से शुरू होकर 13 मार्च तक चलेगा। इसके लिए तैयारियां को लेकर बैठक उन्होंने कहा कि आगामी रंगपंचमी पर 11 से 13 मार्च तक लगने वाले तीन दिवसीय करीला मेला में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए व्यवस्थाएँ कराई जाएं। राज्यमंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्यमंत्री श्री बृजेंद्र सिंह यादव ने निर्देश दिए थे कि मेला मंदिर परिसर तथा मेला परिसर में शराब पूर्णत: प्रतिबंधित रखी जाए। उन्होंने कहा था कि करीला माता मंदिर विशेष आस्था का केंद्र है, आस्था के साथ किसी भी असामाजिक तत्वो को खिलवाड़ नहीं करने दिया जाए।