Earthquake
जगदलपुर/कोरापुट। उड़ीसा में शुक्रवार सुबह भूकम्प के झटके महसूस किए गए, जबकि यहां आने वाले इस भूकंप के चलते छत्तीसगढ़ के जगदलपुर तक धरती हिली गई। यहां स्थानीय लोगों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ऐसा लगा रहा था मानो धरती हिल रही हो।
बता दें कि शुक्रवार तड़के ओडिशा के कोरापुट जिले में 3.8 तीव्रता का भूकंप आने से धरती हिल गई। इसका इस भूकंप का केंद्र कोरापुट में बताया गया है। कोरापुट के साथ ही छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में भी धरती हिलने से लोग परेशन हो गए।
हलांकि, यहां भी किसी तरह की जान-माल की हानि की कोई सूचना नहीं है। भूकंप का केंद्र 129 किमी पूर्व की ओ बताया जा रहा है। नेशनल सेंटर आफ सिमसोलाजी ने बताया कि रिक्टर पैमाने पर इस भूकंप की तीव्रता 3.8 मापी गई है।
बता दें कि करीब दो हफ्ते पहले मध्यप्रदेश में भी भूकंप आया था। प्रदेश के इंदौर शहर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक 3.0 भूकंप की तीव्रता मापी गई था। भूकंप की गहराई जमीन से 10 किलोमीटर नीचे थी। हालांकि भूकंप से किसी के भी हताहत और नुकसान नहीं हुआ था।
भूकंप झटके लगने के बाद लोग घरों से बाहर दौड़ पड़े। बताया जा रहा है कि अचानक घरों का सामान हिलने लगा था। घर में रखे बेड कंपन करने लगे थे। इसके बाद लोग घरों के बाहर निकलने लगे। हालांकि सबकुछ शांत होने के बाद लोग अपने घरों की ओर रवाना हो गए।
वहीं, अरुणाचल प्रदेश में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। बताया जा रहा ता कि यहां भूकंप दोपहर 12 बजकर 12 मिनट पर आया जो भूटान सीमा के निकट वेस्ट कामेंग में सतह से 10 किलोमीटर की गहराई पर केंद्रित था।
बता दें कि शुक्रवार को उड़ीसा में सुबह 5.05 बजे भूकंप आया था। नारायणपटना, लक्ष्मीपुर, बंधुगांव के साथ ही अन्य आसपास के क्षेत्रों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। जैसे ही धरती हिली तो लोग घरों से बाहर निकल आए।
यहां बता दें कि कुछ दिन पहले ही गुजरात में, दिल्ली-एनसीआर में, अरुणाचल प्रदेश में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। साथ ही 6 फरवरी को तुर्की और सीरिया में भी भूकंप से लाखों लोग बेघर हो गए हैं।